जेवर एयरपोर्ट के पास मकान बनाने का 1184 आवेदकों का सपना हुआ
ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण में नोएडा एयरपोर्ट के पास मकान बनाने का 1184 आवेदकों का सपना बुधवार को साकार हो गया। 1.30 लाख आवेदकों में से 1184 लोगों के किस्मत का फैसला स्कूली बच्चों ने पर्ची निकाल कर किया। हालांकि हल्के फुल्के विरोध के बीच योजना के 1184 आवेदकों की किस्मत का फैसला हुआ। सेक्टर पी थ्री के सामुदायिक केंद्र में रेनबो स्कूल के छात्र – छात्राओं ने आवेदकों के नाम की पर्ची निकालकर उनकी किस्मत का फैसला किया। सुबह करीब दस बजे से शुरू हुई ड्रा प्रक्रिया शाम साढ़े छह बजे समाप्त हुई। ड्रा में शामिल होने पहुंचे आवेदकों ने पर्ची घुमाने के लिए लगाए गए ड्रम को लेकर सवाल उठाए। आरोप लगाया कि ड्रम कमजोर होने के कारण उसे अधिक रफ्तार से नहीं चलाया गया । इसलिए आवेदकों के नाम की पर्ची ठीक से मिल नहीं सकीं। भूखंड की संख्या के सापेक्ष एक मुश्त भुगतान के आवेदक अधिक होने के कारण उनके बीच ही ड्रा हुआ।
प्राधिकरण बृहस्पतिवार दोपहर तक सफल आवेदकों के नाम की सूची अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर देगा ।
यमुना प्राधिकरण ने सात अगस्त को 1184 आवासीय भूखंड की योजना निकाली थी। चार सितंबर को समाप्त हुई। भूखंड योजना में प्राधिकरण के अब तक के इतिहास में सबसे अधिक 130899 आवेदन मिले थे। भूखंड के सापेक्ष आवेदकों की संख्या काफी अधिक होने के कारण अधिकतर को निराशा हाथ लगी, लेकिन जिन आवेदकों के नाम की पर्ची निकली, उन्हें सहसा अपनी किस्मत पर विश्वास नहीं हुआ। कई आवेदकों ने पर्ची डालने के लिए लगाए गए ड्रम के कमजोर होने पर सवाल उठाए। पारदर्शी
ड्रम पर्ची का बोझ ठीक से नहीं संभाल पाने के कारण उसे घुमाने की गति काफी धीमी थी। ड्रम में डाली गई पर्ची ठीक से नहीं मिल सकी, जो पर्ची ऊपरी सतह पर थी, उनमें से ही छात्र पर्ची निकालते रहे।
आवेदकों की अधिक संख्या को देखते हुए केंद्र के बाहरी परिसर में एलईडी लगाकर आवेदकों के लिए ड्रा प्रक्रिया देखने की व्यवस्था की गई थी। कक्ष में जैसे ही क्षमता के सापेक्ष आवेदक पहुंचे, पुलिस कर्मियों ने दरवाजे पर प्रवेश रोक दिया। इसलिए अधिकतर आवेदकों को एलईडी पर ड्रा प्रक्रिया देखनी पड़ी। एसीईओ विपिन जैन की अध्यक्षता में गठित समिति की निगरानी में ड्रा की शुरुआत करीब दस बजे 120
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वर्गमीटर श्रेणी से हुई। शुरुआत में ही लोगों ने लिफाफे में अलग से पर्ची लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया, लेकिन कुछ ही देर में शांत हो गए। इसके बाद ड्रम खुलने से कुछ पर्ची निकलकर बाहर गिर गई। एक बार फिर लोगों अशांत हो गए। पर्ची ड्रम में डालकर दोबारा प्रक्रिया शुरू की गई। सभी श्रेणी में पहले किसान, फिर दिव्यांग कोटे के बाद सामान्य आवेदकों की पर्ची निकाली गई। सामान्य श्रेणी में सबसे पहली पर्ची रजनी गुप्ता के नाम की निकली। इसके बाद पर्ची निकलती रही और आवेदकों के चेहरे पर खुशी और निराशा आती जाती रही । साढ़े छह बजे ड्रा प्रक्रिया समाप्त हो गई। ड्रा प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए सेवानिवृत न्यायाधीश एवं आइएएस अधिकारी की जूरी बनाई गई थी। इसके साथ ही वीडियो व फोटोग्राफी कराई गई। फेसबुक व यूट्यूब चौनल पर भी ड्रा प्रक्रिया का सजीव प्रसारण हुआ। प्राधिकरण की वेबसाइट पर दिए लिंक से जुड़कर बड़ी संख्या में लोगों ने सजीव प्रसारण देखा।