आई0 टी0 एस0 डेंटल कॉलेज में दीक्षांत समारोह का आयोजन, बी0डी0एस0 और एम0डी0एस0 के छात्रों को मिली डिग्री
आई0 टी0 एस0 डेंटल कॉलेज, ग्रेटर नोएडा में दिनांक 30.03.2024 को बी0डी0एस0 के बैच.2018 और एम0डी0एस0 के बैच-2020 के छात्रों की शिक्षा पूर्ण होने के अवसर पर एक भव्य दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया।
दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि एस0डी0जी0आई0 ग्लोबल यूनिवर्सिटी, गाजियाबाद, यू0पी0, के वाइस चांसलर डॉ0 आर0के0 खंडल एवं शिक्षा और अनुसंधान (।प्प्डैद्ध नई दिल्ली की विशिष्ट अतिथि डॉ0 नसीम शाह ने आई0 टी0 एस0 – द एजूकेशन ग्रुप के अध्यक्ष डॉ आर0 पी0 चड्ढा, सचीव श्री बी0 के0 अरोडा, निदेशक- पब्लिक रिलेशन श्री सुरेन्द्र सूद एवं संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ सचित आनंद अरोरा, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण एवं समारोह में शामिल विद्यार्थियों के माता-पिता की उपस्थिति में बी0डी0एस0 और एम0डी0एस0 पाठ्यक्रम में उत्तीर्ण छात्रों को डिग्री प्रदान की।
इस अवसर पर डॉ0 आर0के0 खंडल ने डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों एवं उनके माता-पिता को बधाई देते हुए कहा कि वास्तविक जीवन में आप हर रोज कुछ नई चीजें सीखते है। याद रहे परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है, जैसे शरद ऋतु में पुराने पत्ते पेड से गिर जाते एवं बसंत ऋतु में नये पत्ते प्रतिस्थापित होते हैं, इसी प्रकार चिकित्सक को चाहिए कि वह अपने विचारों, दृष्टिकोण एवं आधुनिक चिकित्सा प्रणाली को समय के अनुसार मरीजों के हित के लिये प्रयोग में लाते रहें। चिकित्सक की जरूरत समाज के हर प्रकार के लोगों को हर समय पडती है। चिकित्सक को उनकी जिम्मेदारियों का अहसास दिलाते हुए कहा कि देश के विकास की भागीदारी में चिकित्सकों का महत्वपूर्ण योगदान है। युवा चिकित्सकों को अपना आर्शीवाद प्रदान करते हुए डॉ0 आर0के0 खंडल ने कहा कि चिकित्सकों को चाहिए कि समाज के हर जरूरतमंद लोगों का सेवाभाव से इलाज करें।
इस अवसर पर संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ सचित आनंद अरोरा ने विगत वर्षों में हुए संस्थान की उपलब्धियों को बताते हुए छात्रों से कहा कि चिकित्सीय शिक्षा का मुख्य उद्देश्य पैसा कमाना नही बल्कि समर्पित भाव से मरीजों की सेवा करना होना चाहिए। डॉ अरोरा ने सभी उत्तीर्ण छात्रों को अपना आर्शीवाद देते हुए सभी छात्रों से अपील की कि संस्थान सेे दंत चिकित्सा की जो विद्या प्रदान की गयी है उसके माध्यम से सभी छात्र अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर जरूरतमंद मरीजों की सेवा करें और आई0टी0एस0 का नाम रोशन करें।
इस अवसर पर आई0 टी0 एस0 – द एजूकेशन ग्रुप के निदेशक-पब्लिक रिलेशन श्री सुरेन्द्र सूद ने छात्रों को आर्शीवाद देते हुए अपने सम्बोधन में छात्रों को उनका अतीत याद दिलाते हुए कहा कि आप सभी के माता-पिता ने दंत चिकित्सा पाठ्यक्रम में प्रवेश दिलाते हुए आप सभी के मन में दंत चिकित्सक बनने का बीजारोपण किया था और उस बीज को आप सभी ने अपने गुरूओं के सिखाये गये मार्ग पर चलते हुए अपनी कठिन मेहनत और परिश्रम के बल पर अब एक वृक्ष के रूप में परिवर्तित कर चुके है, और अच्छा वृक्ष वही होता है जिसकी छाया और फल अधिकतम लोगों तक पहुंच सके।
इस अवसर पर बी0डी0एस0 2018 बैच और एम0डी0एस 2020 बैच के सभी छात्रों द्वारा संस्थान में बिताये गये अपने अनमोल पलों को पिरोकर बनाई गयी वार्षिक पुस्तिका का विमोचन करते हुए मुख्य अतिथि डॉ0 आर0के0 खंडल तथा आई0टी0एस0 – द एजूकेशन ग्रुप के अध्यक्ष डॉ आर0 पी0 चड्ढा ने उत्तीर्ण छात्रों के उज्जवल भविष्य की मनोकामना करते हुए कहा कि देश के विकास में शिक्षा और स्वास्थ्य का बडा अहम योगदान है और आई0टी0एस0 – द एजूकेशन ग्रुप बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने हेतु प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर बी0डी0एस0 पाठ्यक्रम की विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक विजेता रिया गुप्ता और एम0डी0एस0 पाठ्यक्रम की विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक विजेता डॉ0 प्रियंका मिश्रा को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। अपने अध्धयन के दौरान एकेडमिक सांस्कृतिक, खेलकूद आदि में विशेष रूप से अच्छा प्रदर्शन करने वाले बी0डी0एस0 के छात्रों में ऑल राउंडर में सर्वश्रेष्ठ छात्रः आरूष बख्शी और पाठ्येतर गतिविधियों में सर्वश्रेष्ठ छात्रः यश गुलिया और एम0डी0एस0 के छात्रों में शैक्षणिक ़क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ छात्रा डॉ0 प्रियंका मिश्रा और उत्कृष्ट स्नातकोत्तर छात्र डॉ0 मैथ्यू कोशी वेद्यान को दिया गया।
आई0टी0एस0 – द एजूकेशन ग्रुप उपाध्यक्ष सोहिल चड्ढा ने सभा में उपस्थित सभी अभिभावाकों का आभार व्यक्त करते हुए उन्हे विश्वास दिलाया कि अपनी कठिन मेहनत और शिक्षकों की मदद से आने समय में सभी छात्र अच्छे दंत चिकित्सक बनकर मरीजों की सेवा करते हुए स्वस्थ भारत के मिशन में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाएंगे।
अंत में सभी उत्तीर्ण छात्रों ने संस्थान में बिताए गए अपने अनमोल पलों को याद करते हुए अपने सभी शिक्षकों और अपने माता-पिता के साथ जलपान ग्रहण करने के पश्चात् उनका आर्शीवाद लेते हुए भीगी पलकों के साथ अश्रुपूर्ण विदाई ली तथा अपने शिक्षकों के बताये गये राह पर चलने की शपथ ली।