GBC 4.0 : पीएम मोदी ने कहा- यूपी में पर्यटन हब बनने की अपार संभावनाएं
आज पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी GBC में 10 लाख करोड़ रुपए की 14 हजार निवेश परियोजनाओं की नींव रखी। इस परियोजनाओं से प्रदेश भर में 34 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा, जो यूपी को एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के सीएम योगी आदित्यनाथ के सपने को पूरा करने की दिशा में एक अहम पड़ाव है। कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में किया जा रहा है।
वहीं पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यूपी में देश का सबसे बड़ा टूरिस्ट हब बनने की संभावना है। लाखों लोग वाराणसी और अयोध्या में आ रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि देश के सभी पर्यटकों से अपील करता हूं कि जब कहीं घूमने जाने की प्लानिंग करें तो अपने पूरे बजट का 10 प्रतिशत वहां से खरीदारी करने के लिए रखें। इससे हमारे देश के पर्यटन स्थलों के लोगों को लाभ मिलेगा। इसी कड़ी में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में भगवान श्रीराम जन्मस्थली अयोध्या, भगवान श्रीकृष्ण का जन्मस्थान मथुरा और भगवान शिव की नगरी काशी में करीब 40 हजार करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाएं मूर्त रूप लेती दिखाई देंगी। इन तीनों प्रमुख धार्मिक स्थलों के साथ-साथ धार्मिक पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण प्रदेश के पांच अन्य जिलों में भी सोमवार को करीब 80 हजार करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाएं आकार लेती नजर आएंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरा देश गर्व करता है कि यूपी एक ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने अन्य राजनीतिक दलों से भी अपील की है कि राजनीति छोड़िए और यूपी से सीखिए कि कैसे वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनने के लिए काम किया जाता है। आज यूपी बदल रहा है विकास के रास्ते पर लगातार आगे बढ़ रहा है।
मथुरा में 13486.63 करोड़ रुपये और अयोध्याधाम में 10,155.79 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाएं धरातल पर उतरेंगी। वहीं, वाराणसी में 15,313.81 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ होगा। काशी में 124 निवेशक अपने उद्यम स्थापित करेंगे, जिससे 43 हजार से अधिक लोगों के रोजगार सृजन का अनुमान लगाया गया है। ऋषिमुनियों की तपस्थली चित्रकूट, भगवान गौतम बुद्ध के स्थली कुशीनगर, तीर्थराज प्रयागराज, नैमिषारण्य तीर्थ के लिए प्रसिद्ध सीतापुर और देवी उपासना की स्थली विंध्याचल की भूमि मीरजापुर में भी बड़े पैमाने पर निवेश धरातल पर उत्तरता दिखाई देगा। कुशीनगर में 1152.38 करोड़, संगमनगरी प्रयागराज में 9619.9 करोड़, चित्रकूट में 7047.37 करोड़ और नैमिषारण्य तीर्थ क्षेत्र के लिए सीतापुर में 21,801.8 करोड़ की निवेश परियोजनाएं आकार लेती नजर आएंगी।