Padma Awards 2024 : वैंकैया नायडू, चिरंजीवी, मिथुन चक्रवर्ती समेत 132 लोगों को मिले पद्म पुरस्कार, जानिए इनके बारे में
पद्म पुरस्कार 2024 की घोषणा हो गई है। पद्म पुरस्कारों की घोषणा 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की गई। विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाले कुल 132 लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित करने की घोषणा की गई। इस बार के पद्म पुरस्कार आम से लेकर खास व्यक्तियों को दिए गए हैं। इनमें पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, तेलुगू अभिनेता चिरंजीवी, प्रसिद्ध अभिनेत्री वैजयंती माला एवं सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक और सामाजिक कार्यकर्ता बिंदेश्वरी पाठक ( मरणोपरांत) समेत पांच लोगों को पद्म विभूषण दिया गया है।
वहीं भारतीय सिनेमा में अपना योगदान देने के लिए अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, भाजपा के वरिष्ठ नेता राम नाईक, तमिलनाडु के नेता और अभिनेता विजयकांत सहित 17 लोगों को पद्म भूषण और 110 लोगों को पद्म श्री पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। जैसे ही पद्म पुरस्कारों की घोषणा हुई इन्हें लेकर चर्चा भी होने लगी है। दरअसल, गौर करने वाली बात है कि जिन पांच लोगों को पद्म विभूषण सम्मानित करने का फैसला किया गया है, उनमें से चार दक्षिण भारत से आते हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू और अभिनेता चिरंजीवी आंध्र प्रदेश से आते हैं। वहीं फिल्म अभिनेत्री वैजयंती माला बाली और अभिनेता विजयकांत तमिलनाडु से आते हैं। इसी तरह से कला क्षेत्र से पद्म विभूषण पाने वाले पद्मा सुब्रमण्यम भी तमिलनाडु से आती हैं। बिहार से आने वाले बिंदेश्वरी पाठक को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। चर्चा है कि सरकार पद्म पुरस्कारों के जरिए दक्षिण भारत की अपनी राजनीति में पैर जमाने की कोशिश में लगी है। इसी तरह बंगाल से प्रसिद्ध अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के साथ गायिका उषा उत्थुप को भी पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है। पिछले दिनों दिवंगत हुए अभिनेता विजयकांत को पद्म भूषण से सम्मानित करने को ही बंगाल और तमिलनाडु में राजनीतिक समीकरण साधने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
पद्म पुरस्कारों में आम से लेकर खास व्यक्तियों का नाम
पद्म पुरस्कारों में जहां खास लोगों को दिए जाने की घोषणा हुई, वहीं देश के आम लोगों को इसमें शामिल किया गया है। जानकारी के लिए बता दें कि “हस्ती कन्या” के नाम से मशहूर भारत की पहली महिला हाथी महावत पार्वती बरुआ, आदिवासी पर्यावरणविद् चामी मुर्मू, मिजोरम का सबसे बड़ा अनाथालय चलने वाले सामाजिक कार्यकर्ता संगतकीमा और जले हुए पीड़ितों का इलाज करने वाले प्लास्टिक सर्जन प्रेम धनराज उन 34 गुमनाम नायकों में शामिल हैं। जिन्हें गुरुवार को पद्मश्री से सम्मानित किया गया।