राहुल गांधी की “भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू”, पीएम पर राहुल का तंज
राहुल गांधी ने आज मणिपुर के थौबल ने “भारत जोड़ों न्याय यात्रा” की शुरुआत की। कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता राहुल गया गांधी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह यात्रा 67 दिनों में 110 जिलों से होकर 6700 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी।
इस यात्रा को शुरू करते हुए राहुल गांधी ने कहा- ” मैं 2004 से राजनीति में हूं, पहली बार मैं हिंदुस्तान के एक प्रदेश में गया। जहां शासन व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी। जिसे हम मणिपुर कहते थे, वह मणिपुर रहा ही नहीं लेकिन प्रधानमंत्री आपके आंसू पूछने, आपसे गले लगने नहीं आए। बल्कि राजनीति करने आते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि “भारत जोड़ो यात्रा”हम सुबह 6:00 बजे शुरू करते थे और शाम 7:00 बजे तक चलती थी। अंत में हमारा शाम को 20 से 25 मिनट का एक भाषण होता था लेकिन 7 घंटे हम आपकी बात सुनते थे। यही यात्रा का लक्ष्य है हम आपको अपने मन की बात नहीं बताना चाहते, हम आपकी बात सुनना चाहते हैं। आपके दर्द को समझना चाहते हैं। हम आपके नुकसान और भाव को समझते हैं। हम आपसे वादा करते हैं कि हम वह सब वापस लाएंगे जिससे आपने महत्व दिया है। हम वह सद्भाव, शांति,स्नेह वापस लाएंगे। इसके लिए राज्य हमेशा से जाना जाता है।
राहुल गांधी ने दो टूक कहा -“हम नफरत मिटाने आए हैं, हम नफरत फैलाने की यात्रा नहीं कर रहे हैं। राहुल गांधी से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि जब पंडित नेहरू पहली बार मणिपुर आए थे। तब उन्होंने इसे भारत का गहना बताया था। यही बात इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने भी कही थी। यह मणिपुर की वह भूमि है जो आजादी के लिए लड़ी।
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए खरगे ने कहा- पीएम मोदी वोट के लिए आते हैं,लेकिन जब मणिपुर के लोग मुसीबत में है आते नहीं आते। वे राम-राम करते हैं। मुंह में राम और बगल में छुरी, यह वे जनता के साथ न करें।
बताते चलें कि आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इंडिया गठबंधन का गठबंधन हुआ है। इसमें कई छोटे- बड़े दलों को मिलाकर गठबंधन बना है। जिसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को बनाया गया है। राहुल गांधी अपनी यह दूसरी यात्रा कर रहे हैं, इससे पहले उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा की थी। अब यह उनकी दूसरी यात्रा है यात्रा जिसके लिए वह पूर्वोत्तर से मुंबई के लिए चले हैं। यह यात्रा लगभग 110 जिलों से गुजरेगी। और इस दौरान राहुल गांधी का ऐसा दावा है कि वह छोटे गरीब और दबे पिछले दलित वर्गों के साथ मिलेंगे। उनसे बातें करेंगे उनके मन की बात को जानेंगे।