सप्त दिवसीय धार्मिक आयोजन का हवन और भंडारे के साथ समापन
जहांगीरपुर-(कृष्णा वत्स) श्री राधा कृष्ण प्रचार मंडल द्वारा आयोजित 24वें वार्षिकोत्सव श्री मद भागवत कथा का समापन बुधवार 27 दिसंबर को हुआ कथा के समापन के बाद हवन यज्ञ और भंडारा हुआ। इसमें शामिल होने वाले श्रद्धालुओं ने जयकारे भी लगाए। भागवत कथा का आयोजन कस्बा जहांगीरपुर में श्री राधा कृष्ण प्रचार मंडल की ओर कराया गया।
कथा समापन के बाद कथा के यजमान प्रदीप जी एवं श्री मती सुनीता के साथ सैकड़ो लोगो ने हवन किया। कथा के दौरान कथा व्यास आचार्य श्री अतुल कृष्ण जी महाराज जी ने कहा कि आत्मा को जन्म व मृत्यु के बंधन से मुक्त कराने के लिए भक्ति मार्ग से जुड़कर सत्कर्म करना होगा।
आचार्य श्री ने कहा कि हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। व्यक्ति में धार्मिक आस्था जागृत होती है। दुर्गुणों की बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं। भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। श्रीमद भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है।
कथावाचक आचार्य श्री ने भंडारे के प्रसाद का भी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि प्रसाद तीन अक्षर से मिलकर बना है। पहला प्र का अर्थ प्रभु, दूसरा सा का अर्थ साक्षात व तीसरा द का अर्थ होता है दर्शन।
जिसे हम सब प्रसाद कहते हैं। हर कथा या अनुष्ठान का तत्वसार होता है जो मन बुद्धि व चित को निर्मल कर देता है। मनुष्य शरीर भी भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसाद है। जीवन में प्रसाद का अपमान करने से भगवान का ही अपमान होता है। भगवान का लगाए गए भोग का बचा हुआ शेष भाग मनुष्यों के लिए प्रसाद बन जाता है। कथा समापन के दिन रविवार को हुआ तथा सोमवार को विधिविधान से पूजा करवाई दोपहर तक हवन किया गया। बाद में प्रसाद वितरित हुआ।
कथा में इस अवसर पर कथा के यजमान प्रदीप जी,अरविंद सिंह ,विजय अग्रवाल ,राकेश अग्रवाल कुलभूषण शर्मा प्रधानाचार्य पब्लिक इंटर कालेज,संजीव शर्मा, आगामी चैयरमैन प्रत्याशी कुवरसैन शर्मा ,अशोक वर्मा, एडवोकेट दिव्यांक गौड़ हिमांशु कौशिक मंडल संयोजक भाजयुमो जेवर, गोपाल पंडित,राजू हलवाई, देवेन्द्र मुनीम, आदि सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित होकर कथा लाभ लिया और भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया ।