योगी सरकार ने शिक्षक भर्ती के लिए बनाएं नए नियम, जानें क्या है नई रणनीति
प्रदेश में उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन आयोग ने शिक्षकों की भर्ती के लिए नए नियम बनाए हैं। यदि आप उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनना चाहते हैं तो आपको लिखित परीक्षा के साथ इंटरव्यू से भी गुजरना होगा। जी हां, नए नियमों के अनुसार, नियुक्ति प्रक्रिया में 90 अंकों की लिखित परीक्षा और 10 अंकों का इंटरव्यू भी होगा। दोनों के अंकों मिलाकर मेरिट सूचि तैयार की जाएगी। ऐसे में जहां इंटरव्यू नहीं होगा, वहां लिखित परीक्षा के आधार पर ही भर्ती को पूरा किया जाएगा। हालांकि, पूरी भर्ती प्रक्रिया में उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन आयोग का अंतिम निर्णय आना बाकी है।
इसी कड़ी में प्रदेश के डिग्री कॉलेजों में प्राचार्यों और असिस्टेंट प्रोफेसर की भी भर्ती लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर ही होगी। मिली जानकारी के अनुसार ,अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों में भर्ती की निगरानी के लिए एक अलग विशेषज्ञ पैनल तैनात किया जाएगा। जो पूरी भर्ती प्रक्रिया पर नजर रखेगा।
बता दें कि उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन को मंजूरी हाल ही में सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक में मिली है। इस नए आयोग को बनाने के पीछे का मकसद यह था कि राज्य में विभिन्न स्तरों पर शिक्षकों की होने वाली भर्ती को एक ही आयोग की ओर से संपन्न कराया जाए, क्योंकि अभी तक अगल-अलग आयोग टीचर्स की नियुक्ति करते थे। वहीं, इससे उम्मीदवारों को भी काफी सहूलियत हो जाएगी कि उन्हें प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षण संस्थानों में निकलने वाली भर्ती प्रक्रिया की पूरी जानकारी एक ही आयोग के पोर्टल पर उपलब्ध हो सकेगी।