मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने जा रहे किसानों को पुलिस ने रोका, तीन नेताओं को हाउस अरेस्ट करने का आरोप
ग्रेटर नोएडा: शुक्रवार को बेनेट यूनिवर्सिटी में आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने जब किसानों कार्यक्रम स्थल की और कुछ किया तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया किसानों का आरोप है कि उनके तीन नेताओं को हाउस अरेस्ट किया गया।
अंसल बिल्डर एवं सर्वोत्तम बिल्डर के खिलाफ मांगों को लेकर दादरी क्षेत्र के आठ गांवों के किसान पिहले 55 दिनो से धरने पर बैठे है । उनका कहना है कि किसानो की कोई सुनवाई नहीं की जा रही है।
किसानों को सूचना मिली थी कि 8 दिसम्बर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ग्रेटर नोएड़ा डाबरा गाँव स्थित बेनेट यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में आएंगे ।
किसानों ने ऐलान किया था कि वो मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी समस्याएं बताना चाहते है जिसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले चल रहे अंसल प्रभावित किसानों ने ए.डी.एम. को ज्ञापन 07 दिसम्बर को सौंपा था । किसानों का कहना है कि पुलिस प्रशासन ने हमारे कई किसान नेताओं को 7 दिसम्बर की रात्रि को ही हाऊस अरेस्ट कर लिया। जिसमें मुख्य रूप से किसान नेता सुनील फौजी को बीटा 2 ग्रेटर नोएड़ा स्थित मकान पर और किसान नेता वीर सिंह भाटी रामगढ़ को उनके निवास पर किसान नेता यशपाल बी.डी.सी., जितेन्द्र भाटी भारतीय किसान यूनियन कृषक शक्ति प्रदेश अध्यक्ष और किसान नेता सुरेश मास्टर जी को उत्तराखंड से आते हुए मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश में और राष्ट्रीय लोक दल के पूर्व जिलाध्यक्ष एडवोकेट भूपेंद्र चौधरी जी को ग्रेटर नोएड़ा उनके निवास पर।
ल गांव रामगढ़ ग्रेटर नोएड़ा में किसानो के धरने पर सैकड़ो किसान और महिलाओ का सुबह 10:00 बजे से ही आना लगा रहा।किसान नेता वीर सिंह भाटी के नेतृत्व में गांव रामगढ़ में सैकड़ो किसान एकत्रित होकर मुख्यमंत्री जी से मिलने के लिए कुच किया तो पुलिस प्रशासन ने किसानों को आगे नहीं बढ़ने दिया।
किसानों का कहना है कि बीजेपी सरकार में किसानों के साथ लगातार तानाशाही रवैया अपना कर किसानो की आवाज को दबाया जा रहा है जो सरासर नाइंसाफी है बीजेपी सरकार में सबसे ज्यादा दुखी है तो देश का अन्नदाता किसानों के हक में वादे और घोषणाएं तो सब हवा हवाई हैं आखिर यह सिलसिला कब तक चलता रहेगा और देखना समझना बाकी है जब तक आठो गांवों के किसानों को न्याय नहीं मिलेगा धरना जारी रहेगा।
किसानों का कहना है धरनारत किसान प्रदेश के मुखिया से मिलना चहाते है प्रशासन हमेश किसानो को कुचलना चहाता है जो किसी भी हाल में होने नहीं दिया जाएगा किसान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर अपने मुद्दो से हल कराना चहाते है जहा इसके लिए किसानो को एकत्र हो लखनऊ ही क्यो ना कुच करना पड़े। इस मौके पर घरना स्थल पर श्रीपाल प्रधान,जगदीश फौजी,महेंद्र प्रधान,विजयपाल भाटी प्रवक्ता,धर्मवीर भाटी,देविन्दर भाटी,गजेन्द्र भाटी,मोहित नागर, कुलदीप प्रधान,शमशाद खान,मोहम्मद सिराज, शिला, कमलेश,मीना चौधरी, कुनतेश और पूनम आदि।