रोटरी क्लब के साथ फोर्टिस हॉस्पिटल ने संयुक्त रूप से की स्वास्थ्य जागरूकता पर चर्चा
ग्रेटर नोएडा, 23 नवंबर 2023, रोटरी क्लब ऑफ ग्रीन, ग्रेटर नोएडा के सहयोग से, फोर्टिस हॉस्पिटल ग्रेटर नोएडा ने रोटरी क्लब के सदस्यों को स्वास्थ्य जागरूकता के उद्देश्य से अस्पताल परिसर में एक ज्ञानवर्धक बातचीत के लिए आमंत्रित किया। इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित चिकित्सकों ने महत्वपूर्ण स्वास्थ्य विषयों पर प्रकाश डाला।
फोर्टिस अस्पताल, ग्रेटर नोएडा के फैसिलिटी डायरेक्टर श्री प्रमित मिश्रा ने कहा “हम समाज में स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने में विश्वास करते हैं। इस तरह की बातचीत आम जनमानस को उनकी स्वास्थ्य कल्याण के विषय में बहुमूल्य जानकारी प्राप्त करने के लिए एक मंच प्रदान करती है।”
रोटरी क्लब ऑफ ग्रीन ग्रेटर नोएडा के प्रेसिडेंट अतुल जैन ने साझा किया, “इस तरह के सहयोगात्मक कार्यक्रम सामाजिक कल्याण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण देते हैं। स्वास्थ्य शिक्षा एक स्वस्थ समाज के निर्माण की आधारशिला है।”
सत्र की शुरुआत फोर्टिस अस्पताल, ग्रेटर नोएडा में इंटरनल मेडिसिन की एडिशनल डायरेक्टर डॉ. प्रमिला रामनिस बैठा ने की, जिन्होंने इस दबाव वाले प्रश्न को संबोधित किया, “क्या जीवनशैली में बदलाव से डायबिटीज होता है?” डॉ. बैठा ने जोर दिया, “जीवनशैली और डायबिटीज के बीच संबंध को समझना इस आम होती बीमारी के प्रति चिंता को रोकने और प्रबंधित करने के लिए बेहद आवश्यक है।”
फोर्टिस अस्पताल, ग्रेटर नोएडा में यूरोलॉजी, यूरो-ऑन्कोलॉजी और एंड्रोलॉजी में कंसल्टेंट डॉ. प्रशांत कुमार ने “प्रोस्टेट और किडनी स्वास्थ्य” पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि, “प्रोस्टेट और किडनी स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता महत्वपूर्ण है, क्योंकि शुरुआती जांच उपचार और रोग का शीघ्र पता लगाने से इलाज का परिणाम काफी प्रभावित होता है।”
फोर्टिस अस्पताल, ग्रेटर नोएडा में न्यूरोसर्जरी और एंडोवस्कुलर न्यूरोइंटरवेंशन में एक अनुभवी कंसल्टेंट डॉ. प्रशांत अग्रवाल ने “कमर के निचले हिस्से में दर्द और साइटिका के उपचार की नई लाइन के लिए भ्रांतियों” के विषय पर प्रकाश डाला। डॉ. अग्रवाल ने हाइलाइट किया, “साइटिका के दर्द को लेकर भ्रांतियों को दूर करना महत्वपूर्ण है, यह रोगियों को पीठ दर्द और साइटिका के लिए उपयुक्त उपचार की ओर निर्देशित करता है।”
इस अवसर पर रोटरी क्लब ऑफ ग्रीन ग्रेटर नोएडा के सेक्रेटरी – शैलेश सी. वार्ष्णेय और ट्रेजरार ऋषि के. अग्रवाल की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।