सीएम योगी के फैसले से शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप, जानिए क्या है नया आदेश
योगी सरकार ने प्रदेश के स्कूलों के लिए नियम बनाए हैं। जिससे शिक्षकों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। नए नियम को पायलट प्रोजेक्ट के तहत तेजी से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। फ़िलहाल, ये नियम प्रदेश के सात जिलों में लागू किया गया है। जिसका विरोध प्रदेश के शिक्षक एकजुट होकर कर रहे हैं। स्कूल महानिदेशक के अनुसार, इस नियम को अगले महीने से पूरे प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा।
क्या हैं नए नियम,
दरअसल, स्कूल शिक्षा, महानिदेशक विजय किरन आनंद की ओर से हाल ही में एक आदेश जारी किया गया कि प्रदेश भर के सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की हाजिरी अब बायोमेट्रिक से लगेगी। जिससे शिक्षकों के स्कूल आने-जाने के समय का पता चल सके। यही नियम स्कूल के बच्चों पर भी लागू होगा। बच्चों की हाजिरी भी बायोमेट्रिक से लगानी पड़ेगी।
अभी तक हाजिरी का ब्योरा कागजी प्रक्रिया से होता था। अब आने वाले समय में शिक्षकों और बच्चों की हाजिरी स्कूल कैंपस में ऑनलाइन ही लगेगी। इस नियम से शिक्षकों की मनमानी पर भी रोक लगेगी।
15 मिनट से ज्यादा लेट तो कटेगी सैलरी
डिजिटल हाजिरी के लिए सभी स्कूलों में टेबलेट भी दिया जाएगा। वहीं, यह भी कहा गया है कि शिक्षकों को स्कूल में नियमित रूप से ड्यूटी करनी होगी। नए नियम के अनुसार, अगर शिक्षक 15 मिनट से ज्यादा लेट होते हैं तो उनके पूरे दिन का वेतन कट जाएगा।
नए नियम का शिक्षक कर रहे विरोध
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के मत संग्रह अभियान में बड़ी संख्या में अभिभावक जुटे और उन्होंने इस व्यवस्था को वापस लेने की मांग की। अगले दो दिन तक मत संग्रह अभियान चलेगा और फिर इसके आधार पर आंदोलन की रणनीति तैयार होगी। हालांकि, स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने नियम का पालन न करने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी है।