सहारा प्रमुख सुब्रत राय का निधन, 75 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस
सहाराश्री के नाम से विख्यात सुब्रत राय सहारा का मुंबई के केडीए अस्पताल में अंतिम सांस ली। सहारा समूह के चेयरमैन सुब्रत राय बीते कई महीनों से अस्वस्थ थे। करीब दो माह पूर्व वह इलाज के लिए मुंबई गये थे। राय लंबे समय से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। सहारा समूह की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, प्रेरक व्यक्तित्व के धनी अध्यक्ष सुब्रत राय का निधन हृदयाघात के कारण मुंबई के कोकिला बेन अस्पताल में मंगलवार देर रात 10.30 बजे हुआ। 12 नवंबर को तबियत में खराब होने पर उन्हें कोकिला बेन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
सहारा का जन्म:-
बिहार के अररिया जिले में 10 जून 1948 में पिता सुधीरचंद्र राय और माता छवि राय के घर में सुब्रत राय का जन्म हुआ था। इनकी शुरुआती पढाई- लिखाई बिहार और कोलकाता में हुई। इसके बाद ये उच्च शिक्षा के लिए गोरखपुर आते हैं। गोरखपुर के ही एक कॉलेज में मकैनिकल इंजीनियरिंग की पढाई शुरू की। पढाई पूरी करने के बाद सुब्रत राय ने व्यापार शुरू किया।
वर्ष 1978 में बिस्किट,नमकीन के व्यापार से शुरू किया। इसके बाद माइक्रो फाइनेंस का कारोबार शुरू किया था। देखते ही देखते सहारा समूह छोटे निवेशकों की कमाई को जमा करने और उनको लुभावने ब्याज पर रकम वापस करने वाला बड़ा समूह बन गया। बाद में सहारा समूह ने रियल एस्टेट के कारोबार में भी हाथ आजमाया। वर्तमान में यह समूह इलेक्ट्रिक वाहन, इंश्योरेंस, मीडिया आदि सेक्टर में काम कर रहा है। सहारा के पास लखनऊ, गोरखपुर, मुंबई में तमाम बेशकीमती संपत्तियां हैं, जिसमें एंबी वैली प्रमुख है। बेहद कम समय में देखते ही देखते सुब्रत राय सहारा श्री बन गए।
लगभग एक दशक के लंबे समय तक सहारा एक ब्रांड बना रहा। खेल, कॉपोरेट, राजनीति, फ़िल्म, पत्रकारिता और अन्य क्षेत्रों में सहारा समूह का दबदबा था। राजनीति के बड़े-बड़े दिग्गजों से लेकर बॉलीवुड के तमाम सितारों का सुब्रत राय के यहां आना जाना था। सुब्रत राय एक ऐसे व्यक्ति का नाम था, जिसने फर्श से लेकर अर्श और अर्श से लेकर फर्श तक का सफर तय किया था।
लखनऊ में करीब 170 एकड़ में बने सहारा सिटी में सुब्रत राय का साम्राज्य फैला हुआ है। स्व. मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले सहाराश्री ने लखनऊ में कई बड़ी संपत्तियां खड़ी की।
हालांकि, अब जब सहाराश्री सुब्रत राय का निधन हो गया। ऐसे में उनका परिवार कई वर्षों से विदेश में है।वह अपने पीछे पत्नी स्वप्ना राय और दो बेटों सुशांतो और सीमांतो को छोड़ गए है। तीनो कई साल से विदेश में हैं।