जापानी कंपनी करेगी यमुना प्राधिकरण में 350 करोड़ का निवेश, मिलेगा युवाओं को रोजगार
उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के लिए सरकार की सौ प्रतिशत एफडीआइ प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) योजना है। इसी बाबत जापान की फूजी सिल्वर टेक कंक्रीट प्रा. लि. ने यमुना प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र में निवेश करने में अपनी रूचि दिखाई है।
ऐसे में प्राधिकरण जल्द ही भूखंड योजना निकालकर आवंटन करेगा। एफडीआइ के लिए प्रदेश सरकार द्वारा औद्योगिक विकास आयुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति ने प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है।
सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि जापान की फूजी सिल्वर टेक कंक्रीट प्रा. लि. ने बीस एकड़ का भूखंड मांगा है। कंपनी प्राधिकरण क्षेत्र में प्री कॉस्ट यूनिट तैयार करने के लिए इकाई लगाएगी। इसके जरिए प्राधिकरण क्षेत्र में साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये का निवेश होगा।
कंपनी देश में कई परियोजनाओं का निर्माण में भागीदारी कर चुकी है। इसमें गुजरात में नरेन्द्र मोदी स्टेडियम, रेपिड ट्रेन, मेट्रो परियोजना आदि शामिल हैं।
FDI, फार्च्यून 500 के लिए आएगी ओपन एंडेड योजना
यमुना प्राधिकरण एफडीआइ व फार्च्यून 500 सूची में शामिल कंपनियों के निवेश के लिए भूखंड की ओपन एंडेड योजना निकालेगी। कंपनी के निवेश के प्रस्ताव के अंतर्गत योजना के तहत भूखंड आवंटन किया जाएगा। लेकिन पालिसी के तहत कंपनियों को कम से कम सौ करोड़ रुपये का निवेश करना होगा।
जर्मनी की कंपनी से मांगा FDI का स्पष्टीकरण
यमुना प्राधिकरण ने डाटा पार्क योजना के अंतर्गत बीस-बीस एकड़ के दो भूखंडों का आवंटन कर दिया है। पांच भूखंड की योजना में कंपनी को तीन आवेदन मिले थे। जर्मनी की थ्री हैंड कंपनी ने भी डाटा पार्क योजना में आवेदन किया है।
प्राधिकरण ने कंपनी से आरबीआइ का स्पष्टीकरण मांगा है कि वह डाटा पार्क में सौ प्रतिशत विदेशी निवेश करेगी। इसके बाद भूखंड आवंटन का फैसला होगा। डाटा पार्क में निवेश करने वाली कंपनियों को तीन साल में इकाई को क्रियाशील करना होगा।