डीएम मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण, वृक्षारोपण एवं गंगा समिति की बैठक हुई संपन्न
जनपद में एनजीटी व प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के मानकों का अनुपालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से आज डीएम मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पर्यावरण, वृक्षारोपण एवं गंगा समिति की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम जिला वृक्षारोपण समिति की समीक्षा की। वृक्षारोपण समिति की समीक्षा के दौरान प्रभागीय वन अधिकारी ने अवगत कराया की वर्ष 2023-24 में किए गए वृक्षारोपण की अभी तक ग्रामीण अभियंत्रण सेवा, राजस्व विभाग, सहकारिता विभाग, औद्योगिक विकास विभाग, ऊर्जा विभाग, रेलवे विभाग के द्वारा अपने द्वारा लगाए गए वृक्षों की अभी तक सत प्रतिशत जियो टैगिंग नहीं कराई गई, इसके संबंध में जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित संबंधित विभागों के अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि तत्काल अपने-अपने विभागों की जियो टैगिंग शत प्रतिशत पूर्ण कर ली जाए, अन्यथा की स्थिति में संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। साथ ही बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि उनके विभागों के द्वारा जो वृक्षारोपण कराया गया है, उन वृक्षों की वर्तमान स्थिति निर्धारित प्रारूप पर 20 अक्टूबर तक वन विभाग को प्रेषित करेंगे, ताकि सीएम डैशबोर्ड पर डाटा अपडेट किया जा सके।
जिलाधिकारी ने पर्यावरण समिति की बैठक की समीक्षा करते हुए कहा कि जनपद गौतम बुद्ध नगर औद्योगिक क्षेत्र होने तथा अधिक यातायात होने की दृष्टि से पर्यावरण को लेकर अत्यंत संवेदनशील जनपद है। जिलाधिकारी ने प्राधिकरण के अधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि जनपद गौतम बुद्ध नगर औद्योगिक क्षेत्र होने तथा अधिक यातायात होने की दृष्टि से पर्यावरण को लेकर एक अत्यंत संवेदनशील जनपद है। सभी संबंधित विभागीय अधिकारी गण इस मंशा को दृष्टिगत रखते हुए अपने-अपने विभाग की कार्य योजना प्रदूषण कम करने के संबंध में विस्तृत रूप से तैयार कर उसे अंतिम रूप प्रदान करें ताकि पूरे जनपद में एनजीटी एवं प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के नियमों का अक्षर से पालन सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने कहा कि प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट तथा सूखे एवं गीले कूड़े के निस्तारण के लिए एनजीटी एवं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशों के अनुरूप तत्काल कार्रवाई की जाए एवं प्राधिकरण के अधिकारियों के द्वारा भी यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि कहीं पर भी कूड़ा इकट्ठा न होने पाए और न ही कहीं कूड़ा जलाया जाए यदि कहीं पर भी कूड़ा इकट्ठा होना या जलाना पाया जाता है तो संबंधित के विरुद्ध जुर्माना लगाने के साथ-साथ दंडात्मक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
ठोस अपशिष्ट को इकट्ठा करने के लिए डंपिंग ग्राउंड बनाए जाएं। जिलाधिकारी ने जिला कृषि अधिकारी को यह भी निर्देश दिए कि जनपद के वायु प्रदूषण नियंत्रित रखने के उद्देश्य से पराली ना जलाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाए और यदि कहीं पर भी पराली जलाने का प्रकरण संज्ञान में आता है, तो संबंधित के विरुद्ध नियम अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी ने जिला गंगा समिति की अध्यक्षता करते हुए कहा कि एनजीटी के मानकों के अनुरूप गंगा एवं उसकी सहायक नदी जलाशय में मिलने वाली अन्टैप्ड ड्रेन्स के अंतरिम उपचार के लिए फाईटोरेमेडियेशन की व्यवस्था की जाए तथा नदियों को प्रदूषण मुक्त एवं पुनरुद्धार करने के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि नदियों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि हिंडन एवं यमुना नदी के बाढ़ क्षेत्र के आसपास अवैध रूप से विकसित औद्योगिक इकाइयों के बिजली कनेक्शन को स्थगित किया जाए। इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रदूषण नियंत्रण एवं प्राधिकरणों के अधिकारीगण तथा अन्य संबंधित विभागीय अधिकारियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया।राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गौतम बुद्ध नगर।