शारदा विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय युवा संसद प्रतियोगिता का आयोजन
शारदा स्कूल ऑफ लॉ, शारदा विश्वविद्यालय ने युवक फाउंडेशन के सहयोग से राष्ट्रमंथन नामक पहली राष्ट्रीय युवा संसद प्रतियोगिता का आयोजन किया। 25 सितंबर, 2023 को कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में भारत के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा, भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय आयोजन सचिव श्री सुरेश जैन, शारदा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सिबाराम खारा, उप-कुलपति प्रो. परमानंद और शारदा विश्वविद्यालय के शारदा स्कूल ऑफ लॉ के डीन प्रो. कोमल विग ने भाग लिया।
अपने भाषण में श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने स्पष्ट रूप से कहा कि इस तरह की बहस में इन युवा लोगों को बौद्धिक उत्साह देने की अनूठी क्षमता है। उन्होंने यह भी कहा कि आज के युवा लोगों को बहुत कुछ करना है, उन्हें लक्ष्य के लिए प्रेरित करना है और उनका योगदान हमारे देश के निरंतर विकास और सुधार के लिए महत्वपूर्ण है।
श्री सुरेश जैन ने प्रतिभागियों के साथ एक व्यावहारिक चर्चा की। उसने लोगों को स्वामी विवेकानंद की प्रेरणादायक कहानी सुनाकर आकर्षित किया। श्री जैन ने स्वामी विवेकानंद के जीवन और शिक्षाओं के महत्व को बताया और देश के युवा लोगों से उन्हें एक अनुकरणीय आदर्श के रूप में अपनाने का आह्वान किया। इस दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को एक साथ लाना और उनकी वकालत और संसदीय क्षमता को बढ़ाना है। रणनीतिक रूप से, प्रतियोगिता का उद्देश्य प्रतिभागियों के बीच तार्किक तर्क, आलोचनात्मक सोच और कानूनी कौशल को बढ़ावा देना है। राष्ट्रीय युवा संसद प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए देश भर से लगभग 350 प्रतिनिधि विभिन्न समितियों में शामिल हुए हैं। उनकी सक्रिय भागीदारी और उत्साह काफी प्रेरणादायक है।
कार्यक्रम का आयोजन शारदा स्कूल ऑफ लॉ के डॉ. रुचि लाल (एसोसिएट प्रोफेसर), सुश्री स्मृति चौहान (सहायक प्रोफेसर) और डॉ. मानवेंद्र सिंह (सहायक प्रोफेसर) द्वारा किया गया है। कार्यक्रम के अंत में श्रीमती स्मृति सिंह चौहान ने अपनी हार्दिक प्रशंसा व्यक्त की। उन्होंने विशिष्ट व्यक्तियों, उत्साही प्रतिभागियों, समर्पित आयोजन समिति के सदस्यों और उत्कृष्ट छात्र स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया। श्रीमती चौहान ने उनके महत्वपूर्ण योगदान पर जोर दिया, जो इस उद्घाटन कार्यक्रम की शानदार सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण थे।