खड़गे ने कहा- दलित, आदिवासी महिलाओं को नहीं मिलता मौका, निर्मला सीतारमण ने सुनाई खरी-खरी
महिला आरक्षण बिल पर खरगे ने आगे कहा,”.वे हमें श्रेय नहीं देते हैं, लेकिन मैं उनके ध्यान में लाना चाहता हूं कि महिला आरक्षण विधेयक 2010 में पहले ही पारित हो चुका है, लेकिन यह रुक गया था।” उन्होंने आगे कहा कि अनुसूचित जाति की महिलाओं की साक्षरता दर कम है और यही कारण है कि राजनीतिक दलों को कमजोर महिलाओं को चुनने की आदत है और वे उन लोगों को नहीं चुनते हैं जो शिक्षित हैं और लड़ सकते हैं। कांग्रेस नेता के इसी बयान पर संसद में हंगामा हुआ।
#WATCH | " Literacy rate of women from scheduled caste is less and that's why political parties have a habit of choosing weak women and they won't choose those who're educated and can fight", says Rajya Sabha LoP Mallikarjun Kharge pic.twitter.com/QTD2Y4vftl
— ANI (@ANI) September 19, 2023
निर्मला सीतारमण ने खरगे को दिया जवाब
मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया। उन्होंने कहा”हम विपक्ष के नेता का सम्मान करते हैं लेकिन यह बयान देना कि सभी पार्टियां ऐसी महिलाओं को चुनती हैं जो प्रभावी नहीं हैं, बिल्कुल अस्वीकार्य है। हम सभी महिलाओं को हमारी पार्टी, हमारे पीएम ने सशक्त बनाया है।”