यमुना प्राधिकरण में बनेगा यूनिवर्सिटी हब, 6 विश्वविद्यालय की स्कीम लॉन्च
यमुना प्राधिकरण जल्द ही विश्वविद्यालय बनाने जा रहा है। जी हां, सेक्टर-22ई को विश्वविद्यालय बनाने जा रहा है। जिस तरह से ग्रेटर नोएडा में नॉलेज पार्क में सैकड़ों महाविद्यालय और विश्वविद्यालय हैं, इसी तर्ज पर युमना प्राधिकरण भी विश्वविद्यालय बनाएगा। प्राधिकरण ने करीब 300 एकड़ में छः विश्वविद्यालय के लिए भूखंड योजना शुरू की है।
फिलहाल, प्राधिकरण के अंतर्गत दो विश्वविद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। दो विश्वविद्यालय जल्द ही शुरू किए जाएंगे। योजना के अनुसार, आने वाले दस सालों में यमुना प्राधिकरण पांच किमी के में 10 से ज्यादा विश्वविद्यालय में पढ़ाई करवाने की तैयारी में है। यीडा क्षेत्र में नामचीन लिंकन और स्टैनफोर्ट यूनिवर्सिटी समेत 29 बड़े समूह ने विश्वविद्यालय शुरू करने से जुड़े करार पर हस्ताक्षर कर कर चुके हैं।
दरअसल, यीडा को मास्टर प्लान-2041 के तहत अनुमानित 40 लाख की आबादी के लिए तैयार किया जा रहा है। यूजीसी के मानक के अनुसार करीब तीन लाख की आबादी पर एक यूनिवर्सिटी होनी चाहिए। अभी तक यीडा में गलगोटिया और एनआईयू यूनिवर्सिटी चल रही है। जबकि दो यूनिवर्सिटी के लिए जमीन अलॉट हो चुकी हैं। इसके अलावा यूनिवर्सिटी के 6 और प्लॉट की योजना लाई जा रही है। इससे अगले कुछ समय में 10 से अधिक यूनिवर्सिटी यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में शुरू हो जाएंगी। हालांकि प्राधिकरण ने सेक्टर-22 को एजूकेशन हब के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है और पहले चरण में करीब 300 एकड़ भूमि पर यूनिवर्सिटी की योजना लांच कर दी है।
100 एकड़ के लिए सीधे मिलेगी जमीन
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में मयलेशिया की लिंकन यूनिवर्सिटी 100 एकड़ में एजूकेशनल सिटी बनाएगी। इसमें मेडिकल के सभी कोर्स और सिविल एविएशन समेत भारत और विदेश में होने वाले सभी कोर्स की पढ़ाई कराई जाएगी। साथ ही मेडिकल कॉलेज कॉलेज और 1200 बेड का मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल बनाया जाएगा। इस यूनिवर्सिटी में एक साथ 50 हजार छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। यहां पर 2000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। यहां पर मेडिकल कॉलेज, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, सिविल एवियशन कॉलेज समेत तमाम पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। इसी तरह नर्सी मोंजी यूनिवर्सिटी का भी 100 एकड़ से अधिक का प्लान है तो हंस वाहिनी की ओर से भी जमीन मांगी है। पिछले दिनों हुए निवेश सम्मेलन में देश-विदेश की 29 संस्थाओं ने यूनिवर्सिटी के लिए जमीन मांगी थी। मगर धरातल पर अब आने लगी हैं।
नियम और शर्त पूरी करने वाली संस्था को ही यूनिवर्सिटी का संचालन का प्रभार मिल सकेगा। यूनिवर्सिटी के लिए अब कुछ नियम-शर्त बनाए गए हैं और उनको पूरा करने वाली संस्था ही इसे चला सकेंगी।- डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यीडा।