यमुना प्राधिकरण बोर्ड बैठक में रखेगा किसानों और आवंटियों से जुड़े 60 प्रस्ताव
यमुना प्राधिकरण के 96 गांवों के किसानों के लिए खुशखबरी है। अब किसानों की आबादी की समस्या जल्द ही दूर हो किरण के नियोजन से जाएगी। प्राधिकरण ने नियोजन के बाहर की जिस जमीन का अधिग्रहण कर लिया था, अब उसे किसानों को वापस करने की योजना बनाई जा रही है। इससे क्षेत्र के हजारों किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। साथ ही कुरैब गांव के एक हजार से अधिक किसानों की जमीन नोएडा एयरपोर्ट के फेज-वन में गई थी, जबकि दूसरे फेज में किसानों को अधिक मुआवजा दिया गया था। मगर अब उनकों भी अंतर धनराशि दी जाएगी। दोनों प्रकरण समेत 60 मुद्दे बुधवार को होने वाली बोर्ड बैठक में पेश किए जाएंगे।
यमुना प्राधिकरण ने 96 गांवों के किसानों को बड़ी राहत देने की योजना बनाई है। जिन किसानों की जमीन परियोजना से बाहर है और उस जमीन को किसान आबादी बता रहे हैं, ऐसी जमीन को शिफ्टिंग के माध्यम से जैसा है उसके आधार पर छोड़ दिया जाएगा। इसके लिए नियम बनाया जाएगा और मुददे को बोर्ड बैठक में पेश किया जाएगा। जबकि 18 गांवों के लीजबैक और शिफ्टिंग समेत अन्य प्रस्ताव से भी हजारों विवाद दूर हो जाएंगे।
वहीं, कुरैब गांव की कुछ जमीन पहले फेज में गई थी और उन किसानों को प्राधिकरण ने समझा-बुझाकर उस समय मुआवजा वितरित करा दिया था। मगर अब यीडा कुरैब गांव के किसानों को फेज-दो के बराबर का अंतरधनराशि मुहैया कराएगी। इस मुददे को भी बोर्ड में रखा जाएगा। कुरैब गांव के करीब 1000 गाटा इससे प्रभावित थे और करीब 1500 किसान इससे लाभान्वित होंगे