नवरत्न फाउंडेशन्स ने किया नेक काम , आर्थिक रूप से कमजोर युवती की कराई शादी
ग्रेटर नोएडा। सामाजिक उत्थान को प्रयासरत प्रतिभा विकास समर्पित समाजिक संस्था नवरत्न फाउंडेशन्स ने आर्थिक, शारीरिक रूप से कमजोर अनाथ व बहादुर बालिका अर्चना के चिकित्सीय इलाज के बाद आज परिणय सूत्र में बांधते हुए उसका विवाह धार्मिक रीतिरिवाजों के साथ बड़ी धूमधाम से सम्पन्न किया।
पोलियोग्रस्त अनाथ अर्चना का पालन पोषण एक आर्थिक रूप से कमजोर परिवार ने किया।जरूरी सुविधाओ के अभाव और विपरीत परिस्थियों में भी अर्चना का उत्साह कम नही हुआ।येन केन प्रकारेण शिक्षा जारी रखी। परिस्थियों से संघर्ष के दौरान लगभग 8 वर्ष पूर्व यह लकवाग्रस्त अनाथ बालिका नवरत्न परिवार के सम्पर्क में आई।हालात और बेबसी को देखते हुए फौरी तौर पर सक्रिय हुए नवरत्न परिवार ने चिकित्सकों की सलाह पर चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल से इलाज व ऑपरेशन करवाया, जिसकी सफलता पर अर्चना अपने पैरों से चल पड़ी।साथ ही अर्चना ने विज्ञान वर्ग से स्नातक की डिग्री भी हांसिल की।कड़े संघर्ष और नवरत्न परिवार के सहारे से सामान्य जीवन की परिकल्पना साकार होने के साथ नवरत्न परिवार के सहयोग से दनकौर तहसील क्षेत्र का सुयोग्य वर मिल गया।संस्था के आग्रह पर फौज में कार्यरत फौजी का नेकदिल किसान बेटा सहर्ष शादी के लिए तैयार हो गया।उधर नवरत्न संस्था के सम्पर्क में रहने के कारण समाजसेवा से वशीभूत अर्चना ने विवाहोपरांत अपने गांव में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चो की शिक्षा की जिम्मेदारी भी उठाने की ठान ली।
नवरत्न फाउंडेशन्स अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव के अथक प्रयास से हो रहे विवाहोत्सव की तैयारी शुक्रवार सुबह से ही शुरू हो गयी थी। बारात आगमन पर जनाती बने समाजसेवियों ने दूल्हे सहित बारातियों का स्वागत पूरे सम्मान से किया।हिन्दू रीतिरिवाज से सम्पन्न हुई इस शादी की शुरुआत जयमाला स्टेज पर वर वधू द्वारा एक दूसरे को जयमाला डाल कर हुई।पंडितो और वरिष्ठ समाजसेवी अरविन्द श्रीवास्तव द्वारा पूजन की शुरुआत के बाद ग्रेटर नोएडा की तेजी से उभरती आई टी कम्पनी फ्रांसिसकेन सॉल्यूशन के अध्यक्ष मसीह फ्रांसिस व मिसेज फ्रांसिस ने कन्यादान किया ।उसके बाद विधिवत फेरों के साथ विवाह संपन्न हुआ। उधर कार्यक्रम के दौरान कल्पना कला केंद्र की प्रतिभाओ ने सुंदर नृत्य प्रस्तुत कर मौजूद लोगों का मन मोह लिया।
इस विवाहोत्सव में नवरत्न परिवार के अरविंद श्रीवास्तव, अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव, प्रीति श्रीवास्तव, आर के सक्सेना, आर लवानिया , संजय श्रीवास्तव, विवेक श्रीवास्तव, विनीत खरे, राघवेंद्र श्रीवास्तव, कृष्णा झा, राकेश सिंह, अजय मिश्र, अक्षरा कलेक्शन सूरजपुर के अनिल श्रीवास्तव, अनुभव कौशल केंद्र की रीता श्रीवास्तव, मनोज श्रीवास्तव, ग्रेटर नोएडा एक्टिव सिटीजन टीम ग्रुप के सरदार मनजीत सिह,हरेंद्र भाटी, महिला संगठन की सुजाता सिन्हा, रेनू अडावल, साधना सिन्हा, कल्पना कला केंद्र की कल्पना भूषण समेत गौतमबुद्ध नगर के आदि समाजसेवियों ने उपस्थित रहकर वर-बधू को आशीर्वाद दिया।
अब हम अनाथ नही रहे – अर्चना
समझदार होते ही एक आर्थिक रूप से कमजोर आश्रयदाता परिवार के बीच पाया।शारीरिक अक्षमता के साथ हमेशा मां के लाड़ और बाप के दुलार के लिए तरसते हुए सोंचा करते थे कि क्या कभी किसी परिवार का हिस्सा बन पाएंगे।लेकिन नवरत्न परिवार की बदौलत दुल्हन के लिबास में सजे होने के बावजूद यह दिवास्वप्न लग रहा है कि माता पिता के साथ जीवन साथी भी मिल गया।अब हम अनाथ नही रहे….इतना कहते ही लाल जोड़े में सजी कु अर्चना की आंखे सजल हो गईं।कुमारी अर्चना खुशी के आँसू पोछते हुए कहती है कि नवरत्न परिवार के मुखिया अशोक श्रीवास्तव सहित पूरे नवरत्न परिवार जिन्होंने लाड़, दुलार व मान-सम्मान दिया सदैव कृतज्ञ रहूंगी।
बचपन मे ही माँ बाप का साया सिर से उठ जाने वाली पोलियो ग्रस्त बहादुर बेटी का आश्रयदाता एक आर्थिक रूप से कमजोर परिवार था।विपरीत परिस्थितियों के बावजूद आगे बढ़ने की ललक देख सक्रिय हुए नवरत्न परिवार ने चेन्नई अपोलो अस्पताल में ऑपरेशन करा कर बालिका को शारीरिक सक्षम व विज्ञान से स्नातक शिक्षित बनाया।