G20 Summit 2023 : 20 बख्तरबंद Audi Cars लीज पर लेगी भारत सरकार, खर्च होंगे 18 करोड़
भारत सरकार ने घोषणा की है कि वह 9-10 सितंबर, 2023 को होने वाले आगामी G20 शिखर सम्मेलन के लिए 18 करोड़ की लागत से Audi की 20 bullet-resistant cars को लीज पर लेगी। ये सूचना Press Information Bureau द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X(पहले ट्विटर) पर दी गई है। Audi की इन बख्तरबंद कारों का इस्तेमाल जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले विदेशी गणमान्य व्यक्तियों की सुरक्षा जरूरतों के लिए किया जाएगा। आइए, पूरी खबर के बारे में जान लेते हैं।
किसके लिए किया गया बख्तरबंद कारों का प्रबंध?
भारत पहली बार की मेजबानी करेगा, जिसमें 20 से अधिक देशों के नेता भाग लेंगे। कारों का उपयोग दो दिवसीय अवधि में आने वाले गणमान्य व्यक्तियों को लाने-ले जाने के लिए किया जाएगा। पीआईबी फैक्ट चेक ने यह भी स्पष्ट किया कि बुलेट-प्रतिरोधी कारों का प्रावधान सभी राष्ट्राध्यक्षों (HoS) और शासनाध्यक्ष (HoG) के दौरों के लिए एक मानक प्रोटोकॉल प्रक्रिया है।
✔️ The Government of India has leased 20 Audi Bullet Resistant cars for 18 crores to accommodate the security needs of #G20 visiting Leaders. No cars have been purchased.
✔️Provision of BR cars is a standard protocol procedure for all HoS/HoG visits.
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— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) August 25, 2023
G20 Summit का कब होगा आयोजन
जी20 शिखर सम्मेलन अगले महीने नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा और 9 से 10 सितंबर के बीच आईटीपीओ कन्वेंशन सेंटर, प्रगति मैदान में में होने वाला है। आईटीपीओ कन्वेंशन सेंटर के अलावा, विदेशी गणमान्य व्यक्ति अन्य स्थानों का दौरा करेंगे। जिसमें राजघाट, आईएआरआई पूसा और एनजीएमए (जयपुर हाउस) शामिल हैं। मेहमान राष्ट्रीय राजधानी के प्रगति मैदान में नए कन्वेंशन सेंटर का भी दौरा करेंगे।
इन विषयों पर होगी चर्चा
इस वर्ष का G20 शिखर सम्मेलन हरित विकास और जलवायु वित्त को आगे बढ़ाने सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए खुला है। इसमें तीव्र, समावेशी और अनुकूलनीय आर्थिक विस्तार को बढ़ावा देना, सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में प्रगति में तेजी लाना, तकनीकी परिवर्तनों को नेविगेट करना और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का विकास करना, 21वीं सदी के अनुरूप बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार करना और महिलाओं के नेतृत्व में विकास को बढ़ावा देने जैसे विषयों पर चर्चा होने वाली है।