पत्रकारिता क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दैनिक भास्कर ब्यूरो चीफ गौतमबुद्ध नगर राजेश गौतम को मिला AYUSHCON 2023 AWARD
आयुषकॉन सम्मेलन-2023 : दैनिक भास्कर के ब्यूरो चीफ गौतम बुद्ध नगर, राजेश गौतम को हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने किया सम्मानित
-कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति व्यस्तता के कारण नहीं पहुंचे
-विज्ञान भवन दिल्ली में आयुष्मान ट्रस्ट द्वारा आयुषकॉन-2023 का किया गया भव्य आयोजन
-हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय,केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी सहित कई गणमान्य लोग रहे मौजूद
नोएडा । नई दिल्ली विज्ञान भवन में आयुष्मान ट्रस्ट द्वारा आयुषकॉन-2023 का भव्य आयोजन किया गया । आयोजन की थीम ‘मिलेट्स फूड फॉर रिजुविनेशन’ पर आधारित थी। इस आयोजन सत्र का उद्घाटन हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, बिहार झारखंड के संपर्क विभाग के प्रांत प्रचारक अनिल ठाकुर, आरोग्य भारती के अशोक वार्ष्णेय, मोहन ठाकुर द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को आना था लेकिन व्यस्तता के कारण नहीं पहुंच सके ।
पत्रकारिता के क्षेत्र में तीन दशक से अधिक कार्य करने वाले राजेश गौतम, ब्यूरो चीफ दैनिक भास्कर गौतम बुद्ध नगर को एक्सीलेंस अवार्ड से हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी द्वारा सम्मानित किया गया । इसके अलावा देश के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को भी सम्मानित किया गया ।
उद्घाटन वक्तव्य में आयुष्मान ट्रस्ट के संयोजक डॉक्टर विपिन कुमार ने मंच पर उपस्थित सभी विशेष अतिथियों को शॉल एवं प्रशस्ति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने अपने स्वागत भाषण में बंडारू दत्तात्रेय, केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, अनिल ठाकुर, अशोक वार्ष्णेय तथा मोहन ठाकुर का स्वागत किया और आयुषकॉन-2023 के इस आयोजन में उनकी उपस्थिति के लिए उनका धन्यवाद ज्ञापन किया।
डॉक्टर विपिन कुमार ने अपने उद्घाटन भाषण में सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि आज उन्हीं के प्रयासों से भारत चाँद पर कदम रखने में सफल रहा। यह क्षण हम सब भारतवासियों के लिए गौरव का क्षण है।
आयुषकॉन-2023 के इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विशेष धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने मोटे अनाज को एक विशिष्ट नाम श्रीअन्न कहकर हम सबका मान बढ़ाया है । उन्होंने प्रधानमंत्री को साधुवाद देते हुए कहा कि वे एकमात्र प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने पद संभालते ही आयुष मंत्रालय बनाया और इस वर्ष को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया। डॉ. विपिन कुमार ने इस मिलेट्स वर्ष को अंतरराष्ट्रीय महत्त्व का वर्ष बताया। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य जागरूकता है। जागरूकता सही अनाज अपनाने की। उन्होंने सम्मेलन के उद्घाटन भाषण में कहा कि मिलेट्स में फाइबर प्रोटीन होता है। इसे पैदा करने में कम पानी और कम फर्टिलाइजर लगता है। इन्हें कम पानी वाले इलाकों में उगाया जा सकता है। डॉ बिपिन कुमार ने मिलेट्स उत्पादन के दो लाभ व एक स्वास्थ्य लाभ और दूसरा आर्थिक लाभ। उन्होंने कहा कि इससे भारत को आर्थिक लाभ भी प्राप्त होगा। डॉ बिपिन कुमार ने बताया कि हम इस वर्ष मिलेट्स वर्ष के साथ साथ महर्षि अरविंद की 150 वीं जयंती भी मना रहे हैं। महर्षि अरविंद ने न केवल स्वाधीनता की लड़ाई लड़ी; बल्कि उन्होंने समाज में मानवतावादी दृष्टिकोण देने का प्रयास किया। उन्होंने उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज आयुष की ज़रूरत क्यों है? उन्होंने कहा कि आयुष स्वास्थ्य लाभ के लिए बेहद ज़रूरी है। यह स्वस्थ रहने का एकमात्र साधन है। डॉ बिपिन कुमार ने खानपान पर जोर देते हुए कहा कि यह मात्र जानकारी नहीं है; इस सम्मेलन का उद्देश्य जागरूकता फैलाना है। इस अवसर पर उन्होंने मंच पर उपस्थित केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का भी मिलेट्स की दिशा में उनके प्रयासों की भूरी भूरी प्रशंसा की। अपने वक्तव्य के अंत में उन्होंने इस दो दिवसीय सम्मेलन की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की और सभागार में उपस्थित विभिन्न शहरों, संगठनों, संस्थाओं से आये हुए श्रोताओं का अभिवादन किया और उनका स्वागत किया।
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम चाँद मिशन में सफल रहे। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व की भूरी भूरी प्रशंसा की। उन्होंने सम्मेलन संयोजक बिपिन कुमार का भी विशेष धन्यवाद किया और कहा कि आज सबसे जरुरी है निरोगी काया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर आज का वरदान है। उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए बताया कि वे राजस्थान के बाड़मेर (पाकिस्तान सीमा) का व्यक्ति हूँ, जहाँ हमने बचपन से आज तक बाजरे की रोटी खाई है। उन्होंने कहा मेरा पूरा जीवन बाजरे पर ही गुजरा है। और जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीए ने इस वर्ष को मिलेट्स वर्ष घोषित किया तो सबसे ज्यादा खुशी उन्हें ही हुई। उन्होंने मिलेट्स को लेकर चली आ रही उस गलत धारणा का भी जिक्र किया जिसमें कहा जाता था कि भारत में मिलेट्स गरीबों का भोजन है। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री की सराहना की कि उन्होंने गरीबों के अनाज को सभी वर्ग का भोजन बना दिया और आज मिलेट्स गरीबों का नहीं, हर तबके का भोजन। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने श्री अन्न नाम देकर मिलेट्स को जो सम्मान दिया है, उसके लिए वे सब उनके आभारी हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य सबसे पहले स्वयं पर लागू करके ही देखा जाना चाहिए। उन्होंने नेचुरल थेरपी, योग तथा सही खानपान को अपनाने पर ज़ोर दिया। मंत्री कैलाश चौधरी एल ने कहा कि आज से 50-60 साल पहले लोग ऐलोपैथि मेडिसिन नहीं लेते थे। सब कुछ आसपास उगी-पैदा हुई चीजों से ठीक हो जाता था।
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया ।
‘आयुषकॉन 2023 एक्सिलेन्स अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया, जिनमें प्रमुख हैं-
राजेश गौतम ब्यूरो चीफ दैनिक भास्कर गौतम बुद्ध नगर,
देवन राय,
अरुणिमा सिंहा,
डॉ विनोद कुमार यादव,
डॉ विश्वरूप राय चौधरी,
डॉ. उमेश शर्मा,
डॉ. पीके सिंहा,
डॉ. रवि गौड़,
प्रो.खादर वली,
पूनम गुप्ता,
डॉ.नीता कुमार,
ओपी यादव,
सत्य भूषण जैन,
सिद्धार्थ एस. कुमार,
अनिता चोपड़ा,
संगीता रागी,
दिनेश बोकन,
प्रो.सत्यकेतु सांकृत,
आदि लोगों को सम्मानित किया गया है।
मंच पर उपस्थित मोहन ठाकुर ने अपने निजी अनुभवों के आधार पर बताया कि किस प्रकार असाध्य रोगों से योग एवं आयुष को अपनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सभागार में उपस्थित सभी लोगों को रोज़ टहलना चाहिए; विशेषता महिलाओं को। उन्होंने लड़कियों को साहसी और निडर रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने एक प्रसिद्ध कहावत से अपनी बात को आगे बढ़ाया- “धन जाए तो कुछ नहीं जाता। स्वास्थ्य चला जाये तो थोड़ा जाता है परंतु चरित्र चला जाए तो सबकुछ चला जाता है।“ इस बात को उन्होंने उपस्थित श्रोताओं से गांठ बांध लेने के लिए कहा। उन्होंने इस अवसर पर महर्षि अरविंद के 150 वीं जयंती पर उन्हें याद करते हुए उनकी उपलब्धियों को श्रोताओं के सामने रखा। इन्होंने आयोजन समिति को इस सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं।