आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में सट्टा लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, मास्टरमाइंड समेत चार गिरफ्तार, पॉश सोसाइटी में ऐसे चल रहा था काला करोबार
नोएडा के सेक्टर 100 स्थित पॉस सोसाइटी लोटस बुलेवर्ड में चल रहे, ऑनलाइन क्रिकेट लाइव मैच पर सट्टा और बेटिंग करने वाले गिरोह का थाना 39 पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। जिसमें गिरोह के मास्टरमाइंड समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, एटीएम कार्ड, चार लाख कैश, 7 लाख के करीब विदेशी करेंसी के अलावा विभिन्न बैंकों में जमा 11 लाख रुपए सीज किया गया है।
पुलिस की गिरफ्त मे खड़ा गौरव गुप्ता इस गैंग का मास्टरमाइंड और संचालक है जिसे सट्टेबाजी की दुनिया को आपरेट करने वाली कंपनी टेक्स्ला में नंबर 2 के रुप जाना जाता है. यह बेट को चेक करता है और और ग्राहकों से उनकी बेट मिलने का काम करता है। दूसरा सदस्य दिनेश गर्ग है, जो ग्राहकों के बेट लैपटॉप पर दर्ज करता है और ग्राहकों का हिसाब किताब करता है. आरोपी अभिजीत सोहेल का काम ग्राहकों को भाव देना है और बेट लिखने तथा माइक पर जूम मीटिंग कर ग्राहक से संपर्क करने का है. नितिन गुप्ता पूरे सट्टा कारोबार में अपना सामान उपलब्ध कराने और ग्राहकों से पैसे लाने का काम करता है। नोएडा जोन के डीसीपी हरिशचंद्र ने बताया कि इस गैंग को लोकल इंटेलिजेंस के मिले इनपुट पर गिरफ्तार किया गया है. कब्जे से भारी मात्रा में मोबाइल फोन, टीवी स्क्रीन, लैपटॉप 4 लाख कैश इसके अलावा लगभग 7 लाख के करीब फॉरेन करेंसी बरामद हुई है. इसके अलावा 11 से 12 लाख रुपए 6 एकाउंट में मिले हैं जिन्हे हमने वेरीफाई किया है अभी चार और एकाउंट की जांच चल रही है।
डीसीपी हरिशचंद्र ने बताया कि गौरव गुप्ता गैंग का मास्टरमाइंड है जिसको टेस्ला ग्रुप जो सट्टा करता है जिसमे यह नंबर दो पोजीशन पर है। पूछताछ से पता चला है कि पिछले 6 सालों से यह दिल्ली में रहकर बैटिंग कर रहा था और नोएडा में यह इसी महीने लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी में 50,000 रुपये के किराये पर फ्लैट लिया गया था. इसके द्वारा आईपीएल पर सट्टा लगाया जाता था. ऑनलाइन जूम एप के माध्यम से बुकिंग होती थी, यह गिरोह आईपीएल के मैचों में सट्टा लगाने के मैच फिक्सिंग काम किया करता था. गौरव गुप्ता, दिनेश गर्ग व अजीत सोहेल इसी वर्ष माह अप्रैल-मई में आईपीएल क्रिकेट के दौरान दुबई गये थे और दुबई के पास भेडा नामक जगह पर किराये का कमरा लेकर आईपीएल में इसी तरह लगभग 45 दिन सट्टे का काम किया था जिसमें इनको मोटा मुनाफा हुआ था। अभियुक्तों ने बताया कि दुबई जाने का कारण यह था कि इस कार्य को दुबई में आसानी से अंजाम दिया जाता है।
पुलिस ने इनके पास से चार पासपोर्ट, आधार कार्ड, फॉरेन करेंसी जिसमें डॉलर, दिरहम के अलावा मलेशिया, ओमान, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, सिंगापुर और थाईलैंड करेंसी बरामद हुई है. जिनका भारतीय रूपयों में मूल्य 7 लाख रुपए के करीब हैं. इसके अलावा यह लोग जूम मीटिंग से आपस में जुड़े होने के कारण इनके फॉरेन कनेक्शन की जांच की जा रही है।