यीडा के 17 गांवों में सफाई और स्वास्थ्य को लेकर जल्द होगा कायाकल्प
ग्रेटर नोएडा | यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण अपने अधीन गांवों में डस्टबिन रखवाएगा ताकि लोग इधर-उधर कूड़ा ना फेंके। सीएचसी और
‘पीएचसी में हेल्थ एटीएम, गांव में दिशा सूचक बोर्ड और सरकारी
स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी रखे जाएंगे । पहले चरण में 17
गांवों में ये काम होंगे। यमुना
प्राधिकरण ने अपने अधीन गांवों की
वर्तमान में क्या जरूरत है, इसके लिए
व्हील ग्लोबल फाउंडेशन संस्था से सर्वे
कराया था। संस्था ने सर्वे रिपोर्ट
प्राधिकरण को सौंप दी। सर्वे में दिए
गए सुझावों पर यमुना प्राधिकरण ने
काम शुरू कर दिया। यमुना प्राधिकरण
जिन गांवों में काम कराएगा, उसमें
मोहम्मदपुर जादौन, चौकी, सलारपुर,
दुबली , ठसराना, अच्छेजा बुजुर्ग, डूंगरपुर रीलखा, आच्छेपुर ,
रुस्तमपुर , मुतैना आदि गांव शामिल हैं। सर्वे में गांवों में डस्टबिन
रखबाने, हेल्थ एटीएम लगवाने, दिशा सूचक बोर्ड लगवाने और
सरकारी स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी रखने का सुझाव दिया
था। यमुना प्राधिकरण ने इस पर काम शुरू कर दिया। यमुना
प्राधिकरण ने 17 गांवों में डस्टबिन रखवाने पर 35 लाख रुपए.
खर्च करेगा। साथ ही सरकारी स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी
रखने के लिए टेंडर निकाल दिए हैं। गांवों में दिशा सूचक बोर्ड
लगवाने की दिशा में काम शुरू हो गया है। इसके अलावा सर्वे में
तालाबों को सुधारने का भी सुझाव दिया गया था । प्राधिकरण पहले
चरण में नौ तालाबों का सौंदर्यीकरण करेगा। इस काम में 2.34
करोड़ रुपए खर्च करेगा। इसके लिए एजेंसी की तलाश शुरू हो
गई हैं। तालाबों की साफ-सफाई, तार फेंसिंग, पौधरोपण, बैठने
के लिए बेंच, प्रकाश व्यवस्था आदि का काम कराया जाएगा।