रेलवे व ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे से भी जुड़ेगा नोएडा एयरपोर्ट
ग्रेटर नोएडा | यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से चोला रेलवे स्टेशन तक 100 मीटर चौड़ा और 16 किमी. लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे बनाएगी। इस एक्सप्रेस वे की डेडीकेटेड फ्रेट FIER से भी सीधी कनेक्टीविटी रखी जाएगी | प्राधिकरण ने इसके लिए स्टडी रिपोर्ट तैयार कराने का काम शुरु कर दिया है। बताया जा रहा है कि अगले 15-20 दिन में इसकी स्टडी रिपोर्ट तैयार हो जाएगी | जिसके बाद इसकी डीपीआर बनाने का काम शुरु किया जाएगा।
यमुना प्राधिकरण अपने फंड से यह एक्सप्रेस वे तैयार करेगी । वहीं चोला से नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट तक रेलवे लाइन बिछाने का प्रॉजेक्ट भी पाइप लाइन में है इसकी भी स्टडी रिपोर्ट अगले कुछ दिन में तैयार हो जाएगी जिसे रेलवे मंत्रालय में अप्रूबल के लिए भेजा जाएगा | बताया
जा रहा है कि एक्सप्रेस वे और रेलवे लाइन दोनों एक दूसरे के पैरलर बनाए.
जाएंगे |
an दें कि पिछले दिनों बुलंदशहर के 55 गांव यमुना प्राधिकरण एरिया में आने से अब यमुना प्राधिकरण का अधिसूचित क्षेत्र चोला रेलवे स्टेशन की ALY तक हो गया है। मास्टर प्लान 2041 में इन 55 गांवों के विकास का पूरा खाका तैयार किया जा रहा है। इसीलिए मास्टर प्लान का संशोधन किया जा रहा है। इन 55 गांवों की जमीन पर लॉजिस्टिक हब, वेयरहाउसिंग समेत कई बड़े-बड़े
प्रॉजेक्ट आ रहे हैं। जिसके चलते यहां कनेक्टीविटी को बेहतरीन बनाने के लिए ग्रीन
एक्सप्रेस वे यमुना अथॉरिटी बनाने जा रही है। इसके पहले से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से चोला रेलवे स्टेशन को सीधे रेलवे लाइन से जोड़ने के प्रॉजेक्ट की प्लानिंग पर भी काम हो रहा है। इसी रेलवे लाइन के बगल में यह 16 किमी. लंबा ग्रीन एक्सप्रेस वे बनाने का काम अथॉरिटी करने जा रहा है।
प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि रेलवे लाइन के प्रॉजेक्ट की स्टडी रिपोर्ट तैयार होने का काम अंतिम चरण में है। यहरिपोर्ट आते हैं इसे रेलवे मंत्रालय में
अप्रूवल के लिए भेजा जाएगा। वहीं ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे प्राधिकरण ने
बनाने का फैसला लिया है। इसकी भी
स्टडी रिपोर्ट तैयार कराने का काम
शुरु हो गया है। अगले 15-20 दिन में
यह रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। मार्श
एजेंसी को इसकी स्टडी रिपोर्ट बनाने
का काम दिया गया है। इसके तैयार
होते ही इसकी डीपीआर तैयार कराई
जाएगी ।
बता दें कि जिस रूट पर यह ग्रीन
फील्ड एक्सप्रेस वे. प्राधिकरण
बनाएगी वह इस एरिया में डललप
होने वाले लॉजिस्टिक हब और
वेयरहाउसिंग प्रॉजेक्ट से भी सीधा
कनेक्ट होगा। इसके बनने से आयात
निर्यात करने के संसाधन मजबूत
होंगे क्योंकि डीएफसीसी से भी
इसकी सीधी कनेक्टीविटी रखी
जाएगी | मास्टर प्लान के अनुसार
प्राधिकरण ने 900 हेक्टेयर जमीन
इस एरिया में लॉजिस्टिक हब और
वेयरहाउस बनाने के लिए निर्धारित
की है। इसके अलावा भी कई
प्रॉजेक्ट यहां आएंगे ।