तीन कंपनियों के खिलाफ यमुना प्राधिकरण ने पुलिस में दी शिकायत
तीन कंपनियों के खिलाफ यमुना प्राधिकरण ने पुलिस में दी शिकायत
ग्रेटर नोएडा | नोएडा सेक्टर-128 में 73 एकड़ भूखंड के मामले में यमुना प्राधिकरण ने शिकंजा कस दिया है। प्राधिकरण ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दे दी है। साथ ही प्रशासन को पत्र लिखकर इस मामले में स्टांप ड्यूटी की वसूली करने के लिए कहा है।
यमुना एक्सप्रेस वे के विकास समय उत्तर प्रदेश सरकार ने जेपी इंफ्राटेक को पांच एलएफडी दी थी।
इसमें एक एलएफडी नोएडा में है। इसी एलएफडी में प्लांट नंबर टीएस-01 (73 एकड़) कदम ग्रुप
ने खरीदा था। यमुना प्राधिकरण में अभी तक यह जमीन कदम ग्रुप के नाम दर्ज है। कदम ग्रुप शिप्रा समूह से जुड़ी कंपनी है। गत नौ अप्रैल को इंदिरापुरम थाने में शिप्रा समूह के अमित वालिया ने इस भूखंड समेत कई संपत्तियों को लेकर इंडिया बुल्स फाइनेंस लिमिटेड, एम3एम इंडिया प्रालि के अधिकारियों समेत 18 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवाया है।
आरोप है कि इस भूखंड को कम दामों पर एम3एम को बेच दिया गया। जानकारी के मुताबिक, इस भूखंड की बिक्री हो गई, लेकिन यमुना प्राधिकरण को सूचना नहीं दी गई। संपत्ति भी ट्रांसफर नहीं करवाई गई | इससे करीब 200 करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ। अब यमुना प्राधिकरण ने कार्रवाई शुरू कर दी
संबंधित पक्षों पर मुकदमा दर्ज करवाने के लिए पुलिस में तहरीर दी गई है। इसके अलावा प्रशासन को पत्र लिखा है कि इस मामले में स्टांप चोरी हुई है। इसकी वसूली कराई जाए। प्राधिकरण ने जेपी
इंफ्राटेक को पत्र लिखा है और इस आवंटन को निरस्त करने के लिए कहा है। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इस मामले में स्टांप चोरी को लेकर प्रशासन को पत्र लिखा गया है। संबंधित पक्षों पर मुकदमा दर्ज करवाने के लिए तहरीर दी गई है।