एयरपोर्ट चालू होने से पहले बन जाएगा पशु बचाव एवं पुर्नवास केंद्र
ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर शुरू होने से पहले एनिमल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर ( पशु बचाव एवं पुर्नवास केंद्र) बन जाएगा। यह सेंटर दस हेक्टेयर में बनेगा। वन विभाग के बजाय इसका निर्माण यमुना प्राधिकरण करेगा। इसके निर्माण करने पांच करोड़ रुपए से अधिक खर्च होंगे।
नोएडा एयरपोर्ट के आसपास काले हिरण, सारस, नील गाय आदि बहुतायत में रहते हैं। यह क्षेत्र एयरपोर्ट की परिधि में आने से उनके जीवन पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। इसके लिए वन्य जीव संस्थान देहरादून से बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन प्लान बनवाया गया था। इसमें एनिमल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर का प्रस्ताव दिया गया था। यह केंद्र दस हेक्टेयर में बनेगा । इसमें पांच हेक्टेयर जमीन यमुना सौंपी है। प्राधिकरण और पांच हेक्टेयर जमीन वन विभाग देगा। यह जमीन सेक्टर 17ए में हैं। केंद्र के निर्माण पर 4.5 करोड़ और वेटलैंड के सुधार पर 90 लाख रुपए खर्च होंगे।
यह पैसा नायल के हिस्सेदारों को देनी होगी। पहले इसको बनाने की जिम्मेदारी वन विभाग को दी गई थी। गत 14 अगस्त को लखनऊ में हुई बैठक में वन विभाग के अपर मुख्य सचिव ने इस केंद्र को बनवाने की जिम्मेदारी यमुना प्राधिकरण को सौंपी है।
इस केंद्र में पशु अस्पताल, बंदर, नील गाय, काले हिरण और अन्य जानवरों के लिए अलग-अलग इनक्लोजर बनेंगे। इसके अलावा सब स्टेशन, गार्ड रूम, पानी आपूर्ति के लिए नलकूप, हट्स आदि बनाई जाएंगी। इसके रखरखाव पर हर साल 10 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। परियोजना के तहत आसपास के ग्रामीणों को सारस मित्र बनाया जाएगा।