पॉक्सो के मुकदमें में जांच कर रहे दारोगा को, जेवर गिरवी रखकर दिये दो लाख, और तीन लाख की डिमांड पूरी न कर पाने पर आरोपी के पत्नी ने कर ली आत्महत्या, दारोगा निलंबित
ग्रेटर नोएडा के दनकौर कस्बा की रहने वाली महिला ने मंगलवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आरोप है कि पॉक्सो के मुकदमें में जांच कर रहे दारोगा द्वारा महिला के पति से दो लाख रुपये बतौर रिश्वत लिए गए, तीन लाख की और डिमांड की जा रही थी। आरोप है कि पुलिस की प्रताडना से परेशान होकर उसकी पत्न ने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।जब महिला का शव दनकौर कस्बा पहुंचा तो उनके पति समेत अन्य परिजनों ने शव को कोतवाली के नजदीक रख कर धरना प्रदर्शन किया। तो पुलिस विभाग ने दारोगा राम भजन सिंह पर कार्रवाई करते हुए उसको निलंबित कर दिया है।
महिला मोनी का शव दनकौर कोतवाली के नजदीक रख प्रदर्शन कर रहे लोग में उसका पति विपिन और अन्य परिजनों शामिल है करीब आधा घंटा तक प्रदर्शन किया था इसकी सूचना मिलने मौके पर एडीसीपी अशोक कुमार, एसीपी पवन गौतम समेत रबूपुरा व इकोटेक प्रथम कोतवाली की पुलिस भी पहुंची। काफी समझाने बुझाने के बाद प्रदर्शन खत्म हुआ और बाद में महिला के शव का अंतिम संस्कार किया गया।पुलिस अधिकारियों ने मामले जांच कि पता चला कि मोहल्ला सिरोधनिया की रहने वाली मोनी और उसके पति विपिन समेत अन्य दो लोगों पर महिला की ननद ने करीब चार दिन पहले न्यायालय के आदेश पर पाक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। दारोगा राम भजन सिंह ने आश्वासन दिया गया कि वह दर्ज मुकदमे में उन्हें राहत पहुंचाएगा। आरोप है कि इस मामले में दारोगा राम भजन सिंह द्वारा महिला मोनी व उसके पति विपिन से पांच लाख रुपये की मांग की थी।
महिला के पति द्वारा उसके आभूषण गिरवीं रखकर दारोगा को दो लाख रुपये दे दिये गये जबकि जल्द ही शेष तीन लाख रुपये देने का आश्वासन दिया गया। विपिन का आरोप है कि सोमवार को दारोगा उनके घर पहुंचा और शेष रुपये नहीं देने पर जेल भेजने की धमकी देने लगा। किसी तरह उसे आश्वासन देकर भेज दिया। आरोप है कि पुलिस की प्रताडना से परेशान होकर उसकी पत्न ने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।