नेफोवा के नेतृत्व में होम बायर्स ने किया प्रदर्शन , दी गिरफ्तार
नई दिल्ली : नोएडा, नोएडा एक्सटेंशन, ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के तमाम घर खरीदार नेफोवा के नेतृत्व में आज भारी संख्या में बीजेपी मुख्यालय का घेराव करने 11 बजे पटेल चौक मेट्रो स्टेशन के पास एकत्रित हुए। जहां आम्रपाली, सुपरटेक, अर्थ, जेपी इत्यादि प्रोजेक्ट के होम बायर अपने घरों के जल्द से जल्द पोजेसन की मांग करते हुए पटेल चौक पर बीजेपी सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए बीजेपी मुख्यालय की तरफ मार्च करते हुए आगे बढ़े। बीजेपी मुख्यालय पहुंचकर वहां उपस्थित अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया। बड़ी संख्या में होम बायर ने पहले पटेल चौक फिर बीजेपी मुख्यालय जाकर गिरफ्तारियां दीं। तमाम होम बायर को फिर संसद मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाकर दिन भर रखा गया। बच्चों एवं महिलाओं को भी थाने में रोककर रखा गया।
पिछली सरकारों से नाउम्मीद फ्लैट खरीदार बीजेपी की केंद्रीय सरकार और उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार दोनो से उम्मीद लगाए बैठी थी। लेकिन सिवाय झूठे आश्वासन के फ्लैट ख़रीदारों के कुछ भी हाथ नही लगा। राज्य सरकार पिछले आठ महीने से भरोसा तो दिला रही थी कि वे जल्द समाधान लेकर आएंगे। लेकिन कई बिल्डर प्रोजेक्ट अभी भी काम पूरी तरह बंद है। आम्रपाली की बात करे तो न तो इनके किसी प्रोजेक्ट में सरकार काम शुरू करवा पाई न ही बिल्डर को जेल भेज सकी।
आक्रोशित फ्लैट ख़रीदारों ने बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। नेफोवा के नेतृत्व में फ्लैट ख़रीदारों का आंदोलन तबतक जारी रहेगा जबतक सरकार हमारी समस्याओं के समाधान के लिए गंभीर नही होती।
हमारी मुख्य मांगे हैं :
१. वादे के अनुसार जो भी बिल्डर प्रोजेक्ट में निर्माण कार्य रूका हुआ है या विलम्ब हो रहा है, उनका निर्माण किसी सरकारी एजेंसी या किसी विश्वसनीय बिल्डर से पूरा करवाकर फ्लैट खरीदारों को जल्द फ्लैट दिलाया जाये |
2. पुलिस प्रशासन किसी भी बिल्डर की शिकायत दर्ज करने को तैयार नही होते है। पुलिस तथा प्रशासन को बिल्डर के खिलाफ शीघ्र शिकायत दर्ज करने और एक्शन लेने की सख्त हिदायत दी जाए।
3. रेरा कानून के आने से फ्लेट बॉयर्स को कोई फायदा नही हुआ वही दूसरी ओर बिल्डर अपने फायदे के लिए इसका गलत इस्तेमाल कर रहे है। बिल्डर मनमाने तरीके से प्रोजेक्ट संबंधी जानकारियां रेरा के वेबसाइट पर दर्ज कर रहे है जिसकी उचित जांच रेरा के अधिकारियों द्वारा कराई जानी चाहिये।
4. एफएआर बढ़ाकर बिल्डर को सहूलियत दी जा रही है, लेकिन सालों से घर का इंतजार कर रहे फ्लैट ख़रीदारों के लिए रेरा के अंतर्गत कोई राहत नही दिख रही। बीजेपी सरकार द्वारा रेरा को बायर के पक्ष में मजबूत तथा पारदर्शी किये जाने की जरूरत है। रेरा के अन्तर्गत ऐसे अधिकारियों की नियुक्ति की जानी चाहिए जो बायर की शिकायतों की शीघ्र सुनवाई करें। रेरा की शिकायतों की सुनवाई के लिए जिला गौतमबुद्ध नगर में भी इकाई खुलनी चाहिए।
5. कई प्रोजेक्ट ऐसे है जहाँ सालों से काम बंद है, लेकिन लोग हर महीने इएमआई भर रहे है। ऊपर से घर का किराया भी चुका रहे है। ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा बैंको को निर्देश दिया जाए कि जबतक फ्लैट का पोजेसन नही मिलता वे इएमआई लेना बंद करे।
आज हुए प्रदर्शन के दौरान अभिषेक कुमार, श्वेता भारती, इंद्रिश गुप्ता, जय प्रकाश, के के कौशल, तपेन्द्र पाठक, दीपंकर, आदित्य अवस्थी, अहलूवालिया जी, अखिलेश्वर, रविंदर जैन , सुमित सक्सेना , योगेश त्यागी , सुखदेव सिंह आदि शामिल हुए।