एकेटीयू की कार्यपरिषद में महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मिली मंजूरी
– कुलपति प्रो0 जेपी पाण्डेय की अध्यक्षता में हुई बैठक, इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी का नाम बदला गया
डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के घटक संस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी यानी आईईटी का नाम बदलकर फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग कर दिया गया है। इसी तरह सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज अब फैकल्टी ऑफ एडवांस स्टडीज के नाम से जाना जाएगा। वही यूपी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन नोएडा का नाम फैकल्टी ऑफ डिजाइन नोएडा होगा। यह निर्णय बुधवार को कुलपति प्रो0 जेपी पाण्डेय की अध्यक्षता में हुई कार्यपरिषद की बैठक में लिया गया। साथ ही बैठक में विभिन्न प्रस्तावों पर भी मुहर लगी। विश्वविद्यालय में होने वाले निर्माण कार्य और मरम्मत की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए हर महीने परीक्षण किया जाएगा। इसके लिए प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग कमेटी यानी पीओएस का गठन किया गया। जिसे कार्यपरिषद ने अपनी मंजूरी दे दी। अब पीओएस निर्माण और मरम्मत कार्य की हर महीने निगरानी करने के साथ ही जियो टैंिगंग आदि की रिपोर्ट बनायेगा। बैठक में बोर्ड ऑफ स्टडीज में छात्रों के शामिल करने के प्रस्ताव को भी हरी झंडी दी गयी। अब छात्र पढ़ाई करने के साथ ही अपने लिये पाठ्यक्रम तैयार करने में राय देंगे। नई शिक्षा नीति को लागू करते हुए पाठ्यक्रम में छात्रों के सुझाव पर भी विचार किया जाएगा। वहीं विश्वविद्यालय में जीरो टॉलरेंस को लागू करते हुए विजलेंस मैनुअल बनाने के लिए कमेटी गठित करने के प्रस्ताव पर सहमति बनी। कमेटी गठित होने के बाद विजलेंस मैनुअल बनाया जाएगा। वहीं बैठक में विश्वविद्यालय के संस्थानों और संकायों में स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों में नियुक्त अनुबंधित शिक्षकों की सेवा शर्तों को यूपी राज्य विश्वविद्यालयों व अशासकीय अनुदानित महाविद्यालयों की सेवा शर्तों की तरह लागू करने पर सहमति बनी। वहीं अब विश्वविद्यालय में अलग नवीन मल्टी परपज बिल्डिंग(एकेडमिक ब्लाक)बनाने का रास्ता साफ हो गया,इसी में प्रबंधन और फार्मेसी व अन्य के अध्ययन का प्रस्ताव भी है।नवीन परीक्षा भवन के प्रस्ताव को समिति ने हरी झंडी दे दी।बैठक में प्रस्तावों को कुलसचिव जीपी सिंह ने प्रस्तुत किया। इस दौरान ऑनलाइन माध्यम से प्राविधिक शिक्षा की प्रमुख सचिव कल्पना अवस्थी, प्रतिकुलपति प्रो0 मनीष गौड़, छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति प्रो0 विनय पाठक, आईइटी के निदेशक प्रो0 विनीत कंसल, एफओए की प्राचार्या प्रो0 वंदना सहगल, कैश के निदेशक प्रो0 वीरेंद्र पाठक सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।