शिक्षाविद् डॉ. डी.के. गर्ग द्वारा लिखित जन्म-पुर्नजन्म एवं कर्मफल रहस्य पुस्तक का विमोचन
केन्द्रीय आर्य युवा परिषद् द्वारा नोएडा में आयोजित कार्यक्रम में शिक्षाविद् एवं ईशान ग्रुप ऑफ इन्स्टीट्यूशन के चेयरमैन डा0 डी0के0 गर्ग को साहित्य के क्षेत्र में लगातार लेखन एवं वैदिक साहित्य के विकास में योगदान हेतु मे दिनांक 11.06.2023 को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डा0 अनिल आर्य, अध्यक्ष- केन्द्रीय आर्य युवा परिषद्, नई दिल्ली, डा0 अशोक चौहान, अध्यक्ष – एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा एवं अन्य सन्यासीगण उपस्थित थे।
इस अवसर पर डॉ. डी.के. गर्ग द्वारा लिखित पुस्तक ’जन्म पुर्नजन्म एवं कर्मफल रहस्य’ का विमोचन किया गया। इस पुस्तक में जन्म से लेकर मृत्यु, पुर्नजन्म तथा कर्मफल पर वेद, उपनिषद, गीता, दर्शन शास्त्र एवं मनुस्मृति आदि धार्मिक ग्रन्थों में वर्णित मुख्य तथ्यों को समग्र रूप में प्रस्तुत किया है। इसके अतिरिक्त 500 से अधिक प्रश्नोत्तरी है।
डॉ. डी.के. गर्ग ने कहा कि- “ तीन अनादि सेवाएं है- ईश्वर, जीव, प्रकृति। जैसा कर्म करेंगे उसका परिणाम कभी भी किसी भी जन्म में मिल सकता है। ईश्वर हमारे पाप को क्षमा नही करता; यह बहुत बड़ा भ्रम है। उन्होनें पाखण्ड से दूर रहने का सलाह दी।”