NOIDA STF ने पकड़ा फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज, ऐसे करते थे ठगी , पढ़ें पूरी खबर
बातचीतनोएडा : लगातार दूसरे दिन एसटीएफ ने नोएडा में फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज पकड़ा है। एसटीएफ ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों ही इंटरनेट के जरिए वीओआईपी कॉल को लोकल नेटवर्क पर बदलकर बातचीत करवाते थे। इस तरह के फर्जी एक्सचेंज से रंगदारी, धमकी और कई प्रकार की कॉल भी होती थी। इनकी पहचान अंश कुमार सक्सेना और कन्हैया कुमार हुई है।इनके पास से छ आईफोन, एक आईफोन-14 प्रो, एक एक्सयूबी-300 , आईफोन-7, आईफोन-13 प्रो , 9 आईसीआईसीआई की चेकबुक के अलावा टेलीफोन एक्सचेंज का सामान मिला है। इन दोनों को एसटीएफ नोएडा फेज-1 पुलिस ने संयुक्त रूप से ए-44 बीडीएस वर्क इथोपिया थाना फेज-1 क्षेत्र से गिरफ्तार किया।एसटीएफ ने बताया कि काफी दिनों से इस तरह की शिकायत मिल रही थी कि इंटरनेशनल कॉल को देश के गेटवे से बाइपास कर इंटरनेट के जरिए लोकल बनाकर बातचीत कराई जा रही है। जिससे राजस्व का नुकसान हो रहा था। इसको लेकर उप निरीक्षक अक्षय पीके त्यागी और उप निरीक्षक अवध नारायण चौधरी को सूचना मिली कि मेहतो बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा एसआईपी प्राप्त करके सेक्टर-2 ए-44 बी-5 के बेसमेंट में अवैध रूप से टेलीफोन एक्सचेंज चलाया जा रहा है।इस सूचना पर एसटीएफ की टीम ने दूरसंचार विभाग, टाटा टेली सर्विसेस और थाना फेज-1 की पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। वहां से दोनों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए कन्हैया ने बताया कि उसकी उम्र करीब 33 साल है। वो बीएससी पास और 2011 में कंप्यूटर नेटवर्किंग में काम कर चुका है। वो दिल्ली के पाथ विवर में आईटी सोल्यूशन प्रोवाइडर के तौर पर काम कर चुका है।स्काइप पर ही सर्वर की आईपी शेयर करके कॉल ली.
2014 से 2017 तक अराई टेलीफोन दिल्ली में भी काम किया। वहां पर उसने पीआइआई सर्वे से कांफ्रीगेशन काम सीखा फिर फ्रीलांस काम किया। इस दौरान उसकी मुलाकात अंश सक्सेना से हुई। अंश सक्सेना की मदद से ही चार माह पहले ही टेलीफोन एक्सचेंज का सेटअप बनाया था। जिसमें कन्हैया कुमार ने कांफ्रीगेशन कर इंटीग्रेटेड किया। उसने इसका प्रमोशन लिंक्ड इन पेज पर किया था। वहां से तीन क्लाइंट आईपी पेज सिफिटल, आई पेज और क्यू कॉम लिंक्ड इन स्काइप पर संपर्क किया। इसके बाद स्काइप पर ही सर्वर की आईपी शेयर की। जिसके बाद सर्वर पर कॉल आनी शुरू होती थी।बिजनेस प्लेटफार्म पर बने
यूएसडीटी अकाउंट में बिटकॉइन में मंगवाते थे पैसा
इस तरह से कॉल कराने पर 20 से 50 पैसे प्रति मिनट मिलते थे। जिसे बिजनेस प्लेटफार्म पर बने यूएसडीटी अकाउंट में बिटकॉइन से पेमेंट होता था। अंश सक्सेना ने बताया कि वो बीसीए पास है। 2010 में प्रोग्रेसिव इंफोटेक में नोएडा में काम करता था। इसके अलावा दिल्ली के कॉल सेंटर क्लिक एंड गो और टूर और ट्रैवल में काम किया।2021 में ये अपने दोस्त अंशुल मेहता के साथ गुरुग्राम में फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था। जिसमें ये जेल भी जा चुका है। इसी गुरुग्राम वाले आफिस में कन्हैया से मुलाकात हुई थी। कन्हैया कुमार ने ही यशपाल के नाम से फर्जी आधार कार्ड और दस्तावेज के आधार पर मेहतो बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी बनाई और फर्जी एग्रीमेंट तैयार कर ए-44 में टेलीफोन एक्सचेंज लगाकर विदेशी कॉल को देश के गेटवे से बाईपास कर बातचीत कराई।