प्रेस क्लब में हुआ “FROM HIVE TO A BLOOMING LIFE” नामक पुस्तक का विमोचन
1 मार्च 2023 को बड़े जोरों शोरों से ग्रेटर नोएडा, प्रेस क्लब में हुआ “FROM HIVE TO A BLOOMING LIFE” नामक पुस्तक का विमोचन। इस पुस्तक की लेखिका है, प्रेरणा अरोड़ा तथा पुस्तक का प्रकाशन किया है, Dream Publishers नामक पब्लिकेशन ने। पुस्तक के विमोचन के समय प्रेरणा अरोड़ा का परिवार तथा Dream Publishers के फाउंडर रोहित आर्य भी मौजूद रहे। यह कहानी है प्रीशा बत्रा नामक लड़की की। प्रीशा एक ऐसी लड़की जिसने अपने जीवन में बहुत बड़े-बड़े सपने देखे और उन सपनों को सच करने के लिए वह हर मुश्किल से लड़ गई। वह समाज के सामने एक कामयाब लेखिका के रूप में स्वयं को साबित करना चाहती थी। वही समाज जो हमेशा लड़कियों के सपनों को तोड़ने की कोशिश में रहता है। प्रीशा को लेखिका बनने की प्रेरणा तब मिली, जब उसकी दादी यह संसार छोड़कर गई। उनके जाने के गम को प्रीशा ने शब्दों में उतारना शुरू किया और वहीं से शुरू हुआ प्रीशा का कामयाब लेखिका बनने का सफर। जीवन में बहुत सारे उतार-चढ़ाव देखने के बाद प्रीशा अपनी कामयाबी की ऊंचाइयों को छू ही लेती है, क्योंकि जहां चाह होती है वहां राह मिल ही जाती है। प्रीशा ने स्वयं को इस समाज के सामने साबित किया। इतना ही नहीं प्रीशा ने स्वयं का पब्लिकेशन भी खोला है और फिर कभी उसने पीछे मुडकर नहीं देखा।
यह पुस्तक हर लड़की के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन सकती है। जिस प्रकार प्रीशा ने अपने जीवन में कामयाबी हासिल की। हर लड़की का अधिकार है, कि वह सपने देखे व उन्हें सच करके। इस छोटी सोच वाले समाज को एक करारा जवाब दें,जिनके लिए लड़कियां बस घर के कामकाज करने लायक है । यह किताब Amazon और Flipkart नामक sites पर उपलब्ध है, जहां से इसे आसानी से खरीदा जा सकता है।
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यह तो बात हुई इस पुस्तक के बारे में, वही अगर हम बात करें इस पुस्तक की लेखिका प्रेरणा अरोड़ा के बारे में। तो प्रेरणा एक ऐसी लड़की है, जिसने हजारों रंग बिरंगे सपने अपनी आंखों में सजाए तथा ना सिर्फ यह सपने सजाए। बल्कि उन सपनों को अपनी मेहनत से हकीकत में भी बदला। प्रेरणा को सन 2021 में सर्वश्रेष्ठ लेखिका तथा सर्वश्रेष्ठ सह लेखिका का पुरस्कार मिला। सन 2021 में ही साल की प्रतिभा नामक पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। सन 2021 में ही रविंद्र नाथ टैगोर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार ऑफ आर्ट एवं लिटरेचर से भी सम्मानित की गई। साथ ही साथ Dream Publishers द्वारा आयोजित उड़ान नामक आयोजन में भी प्रेरणा को सर्वश्रेष्ठ लेखिका का पुरस्कार मिला। इतने सारे पुरस्कार हासिल करने के साथ-साथ प्रेरणा अभी तक बहुत सी पुस्तकों का हिस्सा बन चुकी है।
परंतु यह सारे सम्मान व पुरस्कार हासिल करना प्रेरणा के लिए कुछ आसान ना था। एक कामयाब लेखक बन पाना, सुन पाने में जितना आसान है, कर पाना उतना ही मुश्किल है। अपने विचारों व भावों को शब्दों की पहचान दे पाना ,कोई आसान काम नहीं होता। एक कामयाब लेखक दूसरों के भावों को भी शब्दों का रूप दे देता है ।परंतु एक लेखक के भावों व विचारों को हर कोई नहीं समझ सकता। कभी रातों को जाग कर एक लेखक शांति की खोज करता है। तो कभी इस समाज से दूर हट कर। ताकि अपने विचारों को शब्दों में उतार सके ।कभी परिवार का साथ नहीं मिलता ,तो कभी समाज का । पर अगर दिल में सच्ची चाहा हो तो, कुदरत खुद राह दिखाती है। जैसे प्रेरणा के मन में सच्ची चाह थी, तो कामयाबी हासिल करके मानी।
प्रेरणा का मानना है ,कि अगर आपके अंदर कोई हुनर है तो उसको दबाने की बजाय। उसके पीछे पड़ जाओ और एक चमकता हुआ हीरा बनाकर उस हुनर को लोगों के सामने लाओ। प्रेरणा मिसाल है इस बात की ,कि अगर लड़कियां चाहे तो कामयाबी की हर ऊंचाई को छू सकती हैं और कोई उनकी तरक्की के पंखों को कभी काट नहीं सकता।