ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के सेक्टर बीटा-2 स्थित फादर एगनिल स्कूल में स्वामी विवेकानंद जी के सिद्धांतों के उपलक्ष मे सेंट जोसफ स्कूल की तरफ से 15 वे वार्षिक सद्भावना सम्मेलन का आयोजन किया गया । इस अवसर पर दोनों विद्यालयों के प्रधानाचार्य शिक्षक शिक्षिका व उच्च कक्षाओं के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
आज इस अवसर पर हिन्दू मुस्लिम, बौद्ध, सिख, जैन, इसाई सभी धर्मों के धर्म गुरु पधारे जिसमें स्वामी सुशील जी महाराज, परमजीत सिंह चंडोक, वीर सिंह हितकारी जी महाराज, सदगुरु रमेश आनंद जी महाराज, डॉ बनी सरीन, स्वामी संपूर्णानंद जी, रामप्रवेश पुरी , मिस्टर सलमान चिश्ती ब्रह्मर्षि मोहन , आगरा डायसिस के आर्क विशप डा० राफी मंजिली, योग भूषण एवं फादर अल्बर्ट डिसूजा उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम में गोवा, महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और भारत के कोने कोने से लोग आए और विशेष तौर पर ऑस्ट्रेलिया से ब्रह्म ऋषि मोहन जी पधारे।
इस आयोजन को शांतिपूर्वक सफल बनाने में प्रशासन का भी भरपूर सहयोग रहा जिसमें बीटा-2 स्थित पुलिस थाने से 10 से अधिक पुलिसकर्मी पूरे समय उपस्थित रहे जिसमें महिला पुलिस कर्मी भी सम्मिलित थी। आज कार्यक्रम की शुरुआत सेंट जोसेफ स्कूल के विद्यार्थियों के स्वागत नृत्य गीत के साथ तथा दीप प्रज्वलन के साथ हुई। सभी धर्मों के धर्मावलंबियों ने एक साथ दीप प्रज्वलित कर अखंड भारत का परिचय देते हुए अनेकता में एकता का मंत्र लोगों में प्रसारित किया।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थी समूह ने अलग-अलग सभी धर्मों के गीत पेश किए। इस कार्यक्रम में सभी धर्म गुरुओं ने अपने अपने विचारों को अपने शब्दों की अमृत वर्षा के साथ प्रस्तुत किया जिसमें सभी ने एक ही संदेश दिया कि हमें अपने महान भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित करना है तो आपस में प्रेम भाव व सद्भाव को आगे बढ़ाना होगा और हिंसा से हटकर अहिंसा के पथ पर अग्रसर होना होगा।
उन्होंने स्वामी विवेकानंद तथा स्वामी दयानंद सरस्वती जी महाराज व उनके विचारों को विशेष रूप से याद करते हुए नमन किया और भारत देश की छवि को विश्व स्तर पर उजागर करने में इनका विशेष योगदान बताया।
सभी धर्मावलंबियों ने एक विशेष संदेश दिया कि हमें एक ऐसा समाज तैयार करना है जिसमें आपसी प्रेम व सद्भाव कूट कूट कर भरा हो।
सम्मेलन में आगरा डायसिस के सम्मानित फादर विशप रा मजली ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की महान संस्कृति की समृद्धता विभिन्न धर्म गुरुओं के द्वारा किए गए प्रयासों का ही परिणाम है और उन्हें ही इस संस्कृति के संरक्षण का संपूर्ण श्रेय जाता है।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद शब्द कहे श्री योग भूषण जी ने उन्होंने विशेष रूप से स्वामी सुशील जी महाराज के प्रयासों की सराहना की तथा महाराज अभिवेश और दलाई लामा को इस सद्भावना सम्मेलन के बीज रोपित करने का श्रेय प्रदान किया।
कार्यक्रम के दूसरे भाग में सर्व धर्म संसद के सभी सदस्य समाचार पत्रों के कार्यकर्ताओं व अन्य आमंत्रित अतिथियों से मिले सभी के साथ बैठक की तथा यह कार्यक्रम सेंट जोसेफ स्कूल के सम्मेलन भवन में आयोजित हुआ। इसमें तय किया गया इस वर्ष के अंत में या अगले वर्ष की शुरुआत में विश्व स्तर पर सर्व धर्म संसद का सम्मलेन दिल्ली में आयोजित किया जायेगा।
इसके अलावा गोस्वामी सुशिल जी महाराज ने ठाकुर द्वारा आश्रम को सर्व धर्म संसद को हेड क्वार्टर बनाने की घोषणा की।