मेडिकल डिवाइस पार्क में जल्द शुरू होगा कॉमन फैसिलिटी और कॉमन साइंटिफिक सेंटर का निर्माण
ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क यमुना शहर में बनेगा, इसमें लगने वाली कंपनियों को नई एवं उन्नत तकनीक और जांच की सुविधा मिलेगी। प्राधिकरण अब तक 37 भूखंड का आवंटन कर चुका है, इन आवंटियों को 3 जनवरी तक भूखंड पर कब्जा दे दिया जाएगा। इसी के साथ मेडिकल डिवाइस पार्क में कॉमन फैसिलिटी सेंटर और कॉमन साइंटिफिक सेंटर का निर्माण पर जल्द शुरू हो जाएगा। जिसके लिए प्राधिकरण निविदा जारी करेगा। इनके निर्माण करीब 77 करोड़ रुपए खर्च होंगे । इससे कंपनियों को नई एवं उन्नत तकनीक और जांच की सुविधा मिलेगी । इसमें केंद्र सरकार भी 100 करोड़ रुपए का सहयोग करेगी। जिसमें केंद्र सरकार पहली किश्त 30 करोड़ जारी कर चुका है। पिछले दिनों ने केंद्र सरकार ने यमुना एक्सप्रेसवे से कॉमन फैसिलिटी और कॉमन साइंटिफिक सेंटर निर्माण को लेकर प्रगति की जानकारी ली। जिससे अगली किश्त जल्द जारी किया जा सके। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डाक्टर अरूणवीर सिंह ने सेक्टर-28 का दौरा कर मेडिकल डिवाइस पार्क आंतरिक और वाह विकास कार्यों का जायजा लिया। मेडिकल डिवाइस पार्क के विकास में करीब 24 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
केंद्र सरकार की पहल पर यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-28 में मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित किया जा रहा है। 350 एकड़ में विकसित होने वाले पार्क के पहले चरण में 22 अगस्त 2022 को 37 भूखंडें का आवंटन किया गया। मेडिकल डिवाइस पार्क में 99 भूखंड़ों की योजना पिछले माह प्राधिकरण निकाल चुका है। जिसमें 25 जनवरी तक आवेदन किया जा सकता है।
पहला चरण 200 एकड़ में विकसित किया जा रहा है। मेडिकल डिवाइस पार्क में सबसे महत्वपूर्ण का कॉमन फैसिलिटी सेंटर व कॉमन साइंटिफिक सेंटर है। इस पर करीब 77 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें 00 करोड़ की मदद केंद्र सरकार कर रही है। इसकी पहली किस्त केंद्र सरकार जारी चुका है। केंद्र सरकार ने अगली किश्त जारी करने के लिए यमुना प्राधिकरण से के निर्माण को लेकर जानकारी ली है। इनके निर्माण पर बाकी पैसां यमुना प्राधिकरण खर्च करेगा। कॉमन फैसिलिटी सेंटर और कॉमन साइंटिफिक सेंटर में कई जरूरी सुविधाएं मिलेंगी। इन दोनों सेंटर में कॉमन आईटी फैसिलिटी, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिवाइस फैसिलिटी, सेंसर टेस्टिंग फैसिलिटी, इलेक्ट्रॉनिक असेंबलिंग फैसिलिटी, श्री डी डिजाइन रैपिड फोटो फैसिलिटी, बायो मैटेरियल टेस्टिंग फैसिलिटी, इंटरनेट ऑफ टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, गामा रेडिएशन जोन, मोम्नोट्रानिक जाने बनाए जाएंगे। इसका लाभ यहां आने वाली कंपनियों को मिलेगा। मेडिकल डिवाइस पार्क सेक्टर- 28 में विकसित किया जा रहा। यह पहला औद्योगिक सेक्टर होगा, जो चारदीवारी से घिरा होगा। इस सेक्टर को विकसित करने में 24 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। योजना के मुताबिक, 6 साल में यहां आने बाली सभी कंपनियां शुरू हो
जाएंगी। इसके अलावा तीसरे, चौथे, पांचवें और छठे साल में 20-20 प्रतिशत कंपनियों को शुरू करने का लक्ष्य रखा या है। इन कंपनियों को शुरू होने से करीब 37000 लोगो रोजगार मिलेगा। इस पार्क के लिए नॉलेज पार्टनर आईआईटी कानपुर रहेगा। आईआईटी कानपुर यहां सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाएगा।
डा. अरूणवीर सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने बताया सेक्टर-28 में 22 अगस्त 2022 को मेडिकल पार्क में 37 भूखंड का आवंटन किया जा चुका है। जिस पर 31 जनवरी तक आवंटियों को कब्जा दे दिया जाएगा। कॉमन व सांइंटिफिक सेंटर का निर्माण जल्द शुरू हो जाएगा। हसी माह निर्माण को लेकर निविदा जारी किया जाएगा। छह साल में मेडिकल डिवाइस पार्क पूरी तरह विकसित कर कंपनियों में उत्पादन शुरू हो जाएगा।