फिल्म पद्यमावती के खिलाफ क्षत्रिय समाज करेगा प्रदर्शन
नोएडा। सेक्टर 62 स्थित सम्राट पृथ्वीराज चौहान भवन में संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्यमावती के प्रदर्शन पर रोक लगाने को लेकर एक महत्तवपूर्ण बैठक आयोजित की गई। जिसमें सभी क्षत्रिय समाज के लोग , सामाजिक संगठनों ने हिस्सा लिया। वीर कुंवर सिंह शोध संस्थान के अध्यक्ष मान सिंह चौहान ने जानकारी देते हुये बताया कि संजय लीला भंसाली द्वारा प्रदर्शित होने वाली फिल्म पद्मावती में महान वीरांगना महारानी पद्मावती के जीवन पर आधारित विवादित फिल्म बनाई गई है।
फिल्म के ट्रेलर में महारानी के आपत्तीजनक दृश्य दिखाये गये हैं। इससे न केवल राजपूत समाज बल्कि पूरी भारतीय संस्कृति को बदनाम करने का प्रयास किया गया है। ट्रेलर के अनुसार उन करोंड़ों बलिदानी संध के स्वंयसेवकों का अपमान हो रहा है जिन्होंने पूरे जीवन हिन्दूत्व के सम्मान के लिये कार्य किया। इसी के साथ भारत माता और देश का भी अपमान हुआ है। भारत माता पर अपना सबकुछ लुटा देने वालों का अपमान नहीं सहा जायेगा। इसी विरोध को लेकर क्षत्रिय समाज व अन्य सामाजिक संगठन एकजुट हुये है। आज की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि फिल्म पद्यमावती के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग को लेकर पुनः रविवार सुबह 11 बजे वीर कुंवर सिंह शोध संस्थान में एक विशाल बैठक होगी। बैठक के बाद दोपहर 1 बजे सिटी मजिस्ट्रेट के पास पूरा क्षत्रिय समाज व अन्य जगहों से आये सामाजिक संगठन झंडे व डंडे के साथ जाकर फिल्म पर रोक लगाने को लेकर ज्ञापन देंगे।
इसी के साथ यह भी निर्णय लिया गया है कि इस फिल्म को किसी भी कीमत पर न केवल भारत में नहीं अपितु पूरे विश्व में नहीं दिखाने दिया जायेगा। आज की बैठक में नोएडा, दिल्ली, फरीदाबाद, गुरूग्राम एंव इंदरापुरम, वैशाली, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद के समस्त संस्थाओं के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया और अपनी सहमति जताई। क्षत्रिय समाज में इस फिल्म के ट्रेलर को देखने के बाद भारी रोष व्यपात है। आज की बैठक में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष कुंवर अजय सिंह, फोनरवा अध्यक्ष एन पी सिंह, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय महासचिव राकेश चौहान, अखिल भारतीय विकास समिति के अध्यक्ष राधे श्याम सिंह सोम, जे पी ठाकुर, एम पी सिंह, अध्यक्ष मधीक्षेत्र नोएडा, वरिष्ठ सपा नेता अशोक चौहान, मनोज चौहान, प्रान्तीय सदस्य हिन्दू जागरण मंच राजेन्द्र शर्मा,एस के सिंह, के पी सिंह, सुरेन्द्र सिंह, राजेन्द्र सिंह, महेन्द्र सिंह, प्रमोद चौहान, शशी कुमार गौड आदि लोग मुख्य रूप से मौजूद थे।