शारदा हेल्थ सिटी सुपर स्पेशिलटी अस्पताल एंव गुरू आत्म वल्लभ जैन स्टडी सेंटर की हुई स्थापना
ग्रेटर नोएडा : शारदा हेल्थ सिटी सुपर स्पेशिलटी अस्पताल एंव गुरू आत्म वल्लभ जैन स्टडी सेंटर की हुई स्थापना किया गया है।
समस्त शारदा परिवार के लिए यादगार दिन रहा जब शारदा विश्वविद्यालय में शारदा हेल्थ सिटी सुपर स्पेशिलटी अस्पताल एंव गुरू आत्म वल्लभ जैन स्टडी सेंटर की स्थापना की गई। इस मौके पर पंजाब केसरी आचार्य श्रीमद विजय नित्यानंद सूरीश्रवर महाराज जी ने इस शुंभ काम का अपने हाथों सें उद्घाटन किया। इसके अलावा उन्होने शारदा के छात्रों, विद्वान और कर्मचारि सदस्यों के बीच आध्यात्मिक एंव प्रेरक बात चीत की। इस कार्यक्रम में अन्य शहरों से 600 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। गुरू आत्म वल्लभ जैन स्टडी सेंटर दिल्ली एनसीआर का पहला सेंटर है जहां जैन धर्म, संस्कृति और उसे जुड़ा हर ज्ञान यहा विश्वविद्यालय में छात्र प्राप्त कर सकते है। कार्यक्रम में महाराज जी का स्वागत शारदा विश्वविद्यालय के चांसलर पी के गुप्ता एंव शारदा विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाई के गुप्ता द्वारा किया गया।
आचार्य श्रीमद विजय नित्यानंद सूरीश्रवर महाराज जी ने कहा कि शारदा विश्वविद्यालय ने शिक्षा के क्षेत्र में अनुपम योगदान दिया है। शारदा हमेशा से जैन धर्म के साथ जुड़ा रहा है और यही कारण है कि यहां के छात्रों में भी अच्छे संस्कार देखे जा सकते है। शिक्षा एंव संस्कार छात्रों के लिए एक अहम हिस्सा है जो छात्रों के विकास के बहुत जरूरी है। शारदा अस्पताल में कई निशुल्क इलाज है और इसके माध्यम से वह लोगों की सेवा कर योगदान दे रहे है। रोगियों की सेवा सबसे बड़ी सेवा में से एक मानी जाती है। मानव की सेवा हम सभी को करनी चाहिए जीवन सफल तभी होगा। आचार्य श्रीमद विजय नित्यानंद सूरीश्रवर महाराज जी ने इस उद्घाटन के लिए शारदा को बधाई दी। छात्रों को सलाह देते हुए उन्होने कहा कि किसी भी कार्य को सफल बनाने के लिए मेहनत के साथ संस्कार एंव अनुशासन की जरूरत होती है। यह स्टडी सेंटर के माध्यम से छात्र जैन धर्म के बारे में बहुत कुछ सीख सकेगे जोकि उनके लिए आगे जीवन में काम आऐगा।
शारदा विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाई के गुप्ता ने कहा कि शारदा मेडिकल कॉलेज में लगभग 1250 बेड चलते है और आने वाले 2 सालों में और 1200 बेड को बढ़ाने का काम चल रहा है। यह उत्तर भारत का सबसे बड़ अस्पताल होने जा रहा है। हम अनुसंधान के माध्यम से शारदा को विश्व स्तर पर मजबूत करने पर काम कर रहे है।
शारदा विश्वविद्यालय के चांसलर पी के गुप्ता ने कहा कि जैन धर्म सात्विक धर्म है। जैन धर्म में सबसे अधिक त्याग देने की भावना होती है। हम जिस प्रकार का भोजन लेते है उसी प्रकार हो जाते है। खान पान आपकी सोच पर भी प्रभाव डालती है।