मरने के बावजूद मतम नहीं जश्न मना रहा है ये परिवार
नोएडा। गुटखा किंग के नाम से मशहूर पान सेलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिभाई लालवानी (65 वर्ष) का पार्थिव शरीर आज पंच तत्व में विलीन हो गया। उनकी चारों बेटियों ने उनकी अर्थी को कंधा देकर एक नया इतिहास रचा।
हरिभाई लालवानी के इच्छानुसार उनकी एक बेटी ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनकी शव यात्रा आज सुबह को नोएडा के सेक्टर-40 स्थित उनके घर से गाजे-बाजे के साथ निकाली गयी। लालवानी की बेटी अनीता लालवानी ने बताया कि उन्होंने मृत्यु से पूर्व यह इच्छा जतायी थी कि जब उनकी मौत हो तो उनकी शव यात्रा ऐसी निकाली जाये जैसे कि किसी के घर बच्चा होने के बाद उत्सव होता है। प्रिन्स गुटखा के मालिक स्व0 लालवानी 90 के दशक में नोएडा एन्टरप्रिन्योर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे हैं। अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने बहुचर्चित नोएडा आवासीय आवंटन घोटाला वर्ष 1994 को जोर-शोर से उठाया।
दिल्ली में एक पान की दुकान से अपने कैरियर की शुरूआत करने वाले हरिभाई लालवानी 90 के दशक में गुटखा किंग के नाम से मशहूर हो गये। लालवानी की चार बेटियां हैं उन्होंने अपनी बेटियों को बेटों की तरह पाला। उनकी मौत के बाद उनकी औद्योगिक विरासत अब बेटियां ही संभालेंगी। मालूम हो कि हरिभाई लालवानी को गुरूवार रात को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था। गंभीर हालत में उन्हें नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां पर शुक्रवार को उनकी मौत हो गयी थी।