प्राइवेट अस्पताल पर बच्चे का गलत ऑपरेशन करने का लगा आरोप पीड़ित परिवार ने पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन से लगाई मदद की गुहार
ग्रेटर नोएडा। शहर में रहने वाले एक डिलीवरी ब्वॉय ने सेक्टर बीटा-वन स्थित जेआर अस्पताल के डॉक्टरों पर बच्चे का गलत ऑपरेशन करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से उसका परिवार भूखमरी के कगार पर पहुँच गया है। फिलहाल बच्चे का दूसरे अस्पताल में इलाज चल रहा है। जहां करीब 13 लाख रुपए का बिल बन चुका है। पीड़ित परिवार ने गांव में खेत बेचकर कुछ पैसा जमा किया था । लेकिन बाकी पैसा कहा से जमा करें। पीड़ित परिवार का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग और पुलिस से भी कोई मदद नहीं मिल पा रही है।
मूल रूप से बरेली का रहने वाला अमित प्रतीक सोसाइटी में किराए के मकान में रहता है। वह डिलीवरी बॉय की नौकरी करता है। अमित ने आज ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता कर बताया कि 11 मार्च को नौ वर्षीय बेटे के पेट में दर्द हुआ। वह बच्चे को जेआर अस्पताल ले गए। डाक्टर ने जांच कर किडनी में पथरी की बात बताई। इस दौरान डॉक्टरों ने पथरी के लिए ऑपरेशन की बात कही। अमित ने इलाज की हामी भर दी। अमित का आरोप है कि ऑपरेशन वाली रात बच्चे का पेट फूलने लगा। डाक्टरों से जब शिकायत की, तो जांच के बाद अन्य अस्पताल ले जाने के लिए कहा। इसके बाद वह एक अन्य निजी अस्पताल में ले गए। दूसरे निजी अस्पताल के डाक्टरों ने जांच में बताया कि ऑपरेशन के दौरान बच्चे के उपचार के लिए गलत ढंग से स्टेंटट डाले गए हैं। इलाज के बाद लाखों में बिल पहुँच गया है। गांव में दो बीघा जमीन थी, वह बेचकर कुछ पैसा जमा किया। लेकिन बाकि पैसे का कोई इंतजाम नहीं हो पा रहा। जेआर अस्पताल प्रबंधन से इलाज के कुल खर्च की आधी रकम मांग रहे हैं, लेकिन अस्पताल ने महज 60 हजार रुपए दिए है। पीड़ित परिवार ने पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
इधर डॉ अजय कुमार बैंसला, मेडिकल डायरेक्टर, जेआर अस्पताल ने बताया जेआर अस्पताल में बच्चे का सही ढंग से इलाज हुआ, परिजनों की खुद की गलती की वजह से बच्चे की तबीयत बिगड़ी, इसके बाद वह दूसरे अस्पताल ले गए। परिवार ने 60 हजार रुपए जमा किए थे जो उन्हें वापस कर दिए गए हैं।