रयान प्रदुम्न मर्डर केस में ट्विस्ट , तो क्या इसलिए की गयी थी प्रद्युम्न की हत्या !
गुरुग्राम: यहाँ रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 2 nd क्लास में पढ़ने वाले छात्र प्रद्युम्न के हत्या की जांच कर रही सीबीआई के नए खुलासे के दावे ने पूरी कहानी में ट्विस्ट ला दिया है। सीबीआई का कहना है कि प्रद्युम्न की हत्या उसी स्कूल के 11वीं के छात्र ने अंजाम दिया है। वो परीक्षा को टालना चाहता था इसलिए उसने प्रद्युम्न की हत्या कर दी। सीबीआई ने इसे यौन शोषण में की गई ह्त्या मानने से इंकार करते हुए एक तरह से कंडक्टर को क्लीन चिट दे दी है। सीबीआई इ खुलासा किया है आरोपी छात्र ने अपने दोस्तों से कहा था कि वो लोग परीक्षा की चिंता न करें क्योंकि वह टलने वाली है। जांच एजेंसी ने भले ही इस मामले का खुलासा करने का दावा किया है लेकिन उसकी थ्योरी अभी गले नहीं उतर रही है और कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं।
सीबीआई के दावों पर ये हैं सवाल
1- सीसीटीवी फुटेज में इस आरोपी छात्र के साथ ही गिरफ्तार कंडक्टर अशोक और पांच लोग भी दिख रहे हैं , लेकिन अशोक उस समय मौके पर कैसे और क्यों पहुंचा था इस पर सीबीआई ने जवाब नहीं दिया है।
2- गुड़गांव पुलिस की माने तो इस मामले में गिरफ्तार बस कंडक्टर अशोक ने हत्या का कन्फेशन किया था। पुलिसके मुताबिक , अशोक ने बताया है कि उसने बच्चे के साथ यौन सम्बन्ध बनाने की कोशिश की थी और इसका विरोध करने पर उसने बच्चे की हत्या कर दी थी।
3- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह कहा गया है कि बच्चे के गली की एक नस काटी गई है जिससे वह बोल या चीख नहीं पाया। बताया जा रहा है कि इस नस की वजह से मनुष्य बोलते हैं। सवाल इस बात का है क्या 11वीं छात्र किसी पेशेवर अपराधी की तरह इस हत्याकांड को अंजाम दे सकता है।
4- अशोक ने हरियाणा पुलिस के सामने शुरू में क्यों जुर्म कबूला था इस पर भी सीबीआई कुछ भी स्पष्ट रूप से बता नहीं पाई।
5- सीसीटीवी फुटेज में बाकी लोग कौन थे इस पर भी कुछ नहीं बताया गया है.
क्या था पूरा मामला
बता दें क्लास -2 का छात्र प्रद्युमन ठाकुर आठ सितम्बर को स्कूल के शौचालय में लहूलुहान हालत में मृत मिला था। इस मामले में स्कूल के बस के कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार किया गया था। बच्चे की हत्या को लेकर पूरे देश में रोष फैल गया था और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आरोप भी लगे थे। हरियाणा सरकार ने इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी और जांच एजेंसी ने 22 सितम्बर को इस मामले को अपने हाथों में लिया था।