एनकाउंटर केस में पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की अर्जी कोर्ट ने की ख़ारिज , एक बदमाश ने किया सरेंडर
ग्रेटर नोएडा : बीते 20 सितम्बर को इकोटेक तीन कोतवाली क्षेत्र के खेडा चैगानपुर गांव में 20 शराब कैश वैन को लूटा था। इस दौरान उन्होंने वैन में तैनात दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद 3 अक्टूबर की रात को कासना कोतवाली क्षेत्र में पुलिस मुठभेड में 50 हजार का ईनामी बदमाश सुमित गुर्जर मारा गया था। मौके से पचास हजार के ईनामी तीन बदमाश विकास जाटव, अनिल राणा व सोनू पंडित भाग निकले थे। सोनू पंडित को कुछ दिन बाद लोनी क्षेत्र से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वहीं पचास हजार के ईनामी बदमाश अनिल राणा ने बागपत कोर्ट में समर्पण कर दिया है। अनिल ने मुठभेड के दो दिन बाद पांच अक्टूबर को ही एक आपराधिक मामले में जमानत तुड़वा कर कोर्ट में समर्पण कर दिया था इस बात की जानकारी पुलिस को मिली है । फरार पचास हजार के ईनामी बदमाश विकास जाटव की तलाश में पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही है।
गौरतलब है कि बीते 20 सितंबर की रात ईकोटेक तीन कोतवाली क्षेत्र में खेड़ा चैगानपुर गोलचक्कर के समीप कार सवार बदमाशों ने शराब कंपनी की कैश वैन पर तैनात दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर चार लाख रुपये लूट लिए थे। लूट करने के बाद आरोपी बदमाश मौके से भाग निकले थे। बीते दो अक्टूबर को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान घटना में शामिल बदमाश मनोज, राजकुमार व कपिल को गिरफ्तार किया था। तीन अक्टूबर को मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने घटना में शामिल पचास हजार के ईनामी बदमाश सुमित गुर्जर को ढेर किया था। पुलिस सरगर्मी से अनिल राणा व विकास जाटव की तलाश में जुटी थी। इसी बीच पुलिस को पता चला है कि अनिल राणा एनकाउंटर के दो दिन बाद ही कोर्ट में समर्पण कर जेल पहुंच गया था।
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खडा करने की अर्जी कोर्ट ने अर्जी की खारिज
सुमित गुर्जर एनकाउंटर को लेकर सुमित के घर वालों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए थे। परिजनों ने पुलिस पर सुमित को फर्जी मुठभेड़ में मारने का आरोप लगाते हुए बागपत कोर्ट में पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर 156-3 में अर्जी दायर की थी। बागपत कोर्ट ने मामले में सुनवाई कर अर्जी खारिज कर दी ।