3 साल से फरार गैंग रेप का आरोपी इनामी अनुज रावत को एसटीएफ ने दबोचा
गजियाबाद : एडिशनल एसपी यूपी एसटीएफ नोएडा राजकुमार मिश्रा ने बताया गाजियाबाद कोर्ट से 17 दिसंबर 2019 को कस्टडी से भागे अनुज रावत को STF नोएडा ने पकड़ा। अनुज पर गैंगरेप का केस दर्ज है और 50 हजार का इनामी है।
गाजियाबाद कोर्ट से पिछले 3 साल से कस्टडी से फरार 50 हजार के इनामी अनुज रावत को STF नोएडा ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। अनुज कहीं और भागने के लिए दिल्ली के ISBT कश्मीरी गेट पर पहुंचा था, तभी उसे दबोच लिया गया। STF ने आरोपी को गाजियाबाद की कविनगर थाना पुलिस के हवाले कर दिया है, जहां से वो गैंगरेप मामले में नामजद था।
STF नोएडा के ASP राजकुमार मिश्रा ने बताया, साल 2016 में अनुज रावत – गाजियाबाद में अपने साथी अमन, अरुण व संदीप के साथ मिलकर एक युवती से गैंगरेप किया था। कविनगर थाने में ये केस दर्ज हुआ और 22 सितंबर 2017 को अनुज रावत जेल गया। 17 दिसंबर 2019 को अनुज गाजियाबाद की फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेशी पर आया था। उसी वक्त वो पुलिस कस्टडी से भाग निकला था। पुलिस ने अनुज की गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था।
STF एएसपी ने बताया, अनुज रावत मेरठ में 12वीं की पढ़ाई के दौरान हॉस्टल में रहता था। इसी हॉस्टल में सुशील फौजी गैंग का सक्रिय मेंबर सुमित जाट निवासी रजापुर (मेरठ) का साथी लड़का भी रहता था। इस लड़के के पास कुख्यात बदमाश सुमित जाट का अक्सर आना-जाना होता था। इसी बहाने अनुज रावत की भी सुमित जाट से दोस्ती हो गई। सुमित जाट के माध्यम से अनुज, सुशील फौजी के संपर्क में आ गया था। पुलिस कस्टडी से भागने के बाद अनुज उज्जैन, दिल्ली, पंजाब में छिपकर रह रहा था। अब गिरफ्तारी के बाद STF ने उसे कविनगर पुलिस के सुपुर्द कर दिया है।