ग्रेटर नोएडा के गांवों की पहचान बनेंगे तालाब, तालाबों के किनारे सुबह-शाम की सैर कर सकेंगे
–ग्रेनो प्राधिकरण सभी 244 तालाबों को दुरुस्त कराएगा
–एक साल में सभी तालाबों को विकसित करने का लक्ष्य
ग्रेटर नोएडा। आने वाले दिनों में ग्रेटर नोएडा के गांवों के तालाब सिर्फ जल संचय के स्रोत ही नहीं, बल्कि उस गांव की पहचान भी बन जाएंगे। ग्रामीण इन तालाबों के पेरिफेरल बनने वाले फुटपाथ पर सुबह-शाम सैर कर सकेंगे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इन सभी गांवों के तालाबों के सौंदर्यीकरण की योजना बना ली है। कुल 244 तालाबों में से 129 तालाबों के सौंदर्यीकरण का कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। एक साल में ग्रेटर नोएडा के सभी 244 तालाबों को दुरुस्त करने का लक्ष्य है।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा के अंतर्गत आने वाले गांवों में 244 तालाब स्थित हैं। प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने इन सभी तालाबों के नवीनीकरण के निर्देश दिए हैं। इसे देखते हुए प्राधिकरण के परियोजना विभाग ने पहले चरण में 129 गांवों के तालाबों को दुरुस्त करने की योजना तैयार कर ली है। इनको विकसित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। कॉन्ट्रैक्टरों को चयनित कर काम शुरू कराया जाएगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्रभारी महाप्रबंधक परियोजना सलिल यादव ने बताया कि इन तालाबों को खाली कराकर सफाई कराई जाएगी। उसके बाद एक से दो मीटर खुदाई की जाएगी। इन तालाबों के पेरिफेरल फुटपाथ बनाया जाएगा। तालाबों के पेरिफेरल ड्रेन बनाई जाएगी, जिससे इन तालाबों के आसपास की नालियों को उसी ड्रेन में गिराया जा सके। कचरे से बचाने के लिए जाली भी लगाई जाएगी। तालाबों के आसपास पौधरोपण किया जाएगा। तालाबों के अंदर उन वनस्पतियों को उगाया जाएगा, जिससे पानी खुद साफ होता रहे और ऑक्सीजन लेवल भी बरकरार है। सलिल यादव ने बताया कि पहले चरण में रोजा याकूबपुर, अच्छेजा, छपरौला, चिपियाना बुजुर्ग, बादलपुर, तिलपता करनवास, खोदना खुर्द, सैनी, जलपुरा, पतवाड़ी, देवला, इटैहरा, हबीबपुर, जलपुरा, तुगलपुर, मलकपुर, बिरौंडी चक्रसेनपुर, गुलिस्तानपुर, साकीपुर, ब्रह्मपुर गजरौला, डाबरा, रामपुर-फतेहपुर, मायचा, रिठौरी आदि गांवों के तालाबों को सौंदर्यीकरण की योजना में शामिल किया गया है। इस बारे में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी का कहना है कि तालाबों की सफाई व सौंदर्यीकरण से हो जल संचय को भी बढ़ावा मिलेगा और गांवों की खूबसूरती भी बढ़ जाएगी। सीईओ रितु माहेश्वरी ने सभी वर्क सर्किल इंजीनियरों को इन तालाबों के सौंदर्यीकरण के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।