बढ़ते साइबर क्राइम को रोकने के लिए महिला संस्थाओं ने सौंपा ज्ञापन
साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों एवं आए दिन लोगों के साथ ठगी होने के संदर्भ में महिला शक्ति उत्थान मंडल एवं महिला शक्ति सामाजिक समिति ने संयुक्त रूप से ज्ञापन सौंपकर मांग की है।
पुलिस द्वारा कोई भी एफ आई आर दर्ज नहीं की जाती है और पीड़ित भटकता रहता है अधिकतर मामलों में बैंक द्वारा भी इन्वेस्टिगेशन के नाम पर पीड़ित को ट्रांजैक्शन की लंबे समय तक उनके ही पैसों की कोई डिटेल नहीं दी जाती है लेकिन पैसे का भुगतान करने के लिए दवाव बनाते हैं जिसकी वजह से पीड़ित का पैसा वापस नहीं मिल पाता है यह एक प्रकार से ठगों की मदद करना ही है इससे ठगों के हौसले बुलंद होते हैं वह नए-नए तरीकों से लोगों को ठगते रहते हैं।
पुलिस लोगों में जागरूकता ना होने का बहाना बना कर पीड़ित को टालती रहती है एफआईआर दर्ज नहीं करती है और कहती हैं हम कई बार बैंक से डिटेल मांग चुके हैं लेकिन बैंक नहीं दे रहे हैं पुलिस का यह कैसा रूतबा है ? जिससे सब पिस रहे हैं।
महिलाओं ने मांग कीअगर बैंक ट्रांजैक्शन की जानकारी तुरंत पीड़ित को उपलब्ध नहीं करवाते हैं तो उन्हें भी ठगी में मदद का भागीदार बनाया जाए जब कुछ कड़े कदम उठेंगे सब मिलकर प्रयास करेंगे तभी यह समस्या कम हो सकती है।
साइबर क्राइम से बचाव एवं ठगी हो जाने पर क्या करना चाहिए इस विषय पर जागरूकता अभियान चलाया जाए महिलाओं का कहना था कि उन्होंने नॉलेज पार्क साइबर सेल प्रभारी से कई बार इस विषय में बात की उन्होंने आश्वासन देकर भी कोई भी सहयोग नहीं किया जिसकी वजह से महिलाएं सूरजपुर कमिश्नर ऑफिस में डीसीपी रामबचन जी से मिली ज्ञापन सौंपा एवं उन्होंने आश्वासन दिया कि जब भी आप लोग डिसाइड करेंगे हम कार्यक्रम में पहुंचेंगे महिलाओं का कहना था यह जागरूकता की कमी से ही नहीं पुलिस के असहयोग पीड़ित को ही चक्कर कटवाना एवं वित्तीय संस्थाओं बैंक, पेटीएम या अन्य ट्रांजैक्शन संस्थाओं के कमियों की वजह से सब ठगे जा रहे हैं कई बार बैंक के कर्मचारी धोखाधड़ी ठगी आदि के मामले में पकड़े गए हैं वरना बैंक एकाउंट हैक करना बाहर के लोगों के लिए इतना आसान काम नहीं है इस मौके पर रूपा गुप्ता, अंजू पुंडीर,संगीता सक्सेना, पिंकी त्रिपाठी, पूर्णिमा नाथ,साधना सोनी, गुड्डू वर्मा,अखिलेश यादव,ऋतु सिंह दुर्गा बंसल आदि महिलाएं शामिल थी।