एसटीएफ का सीबीआई के चर्चित अंकित चौहान मर्डर केस में खुलासा, इंजीनीयर समेत दो गिरफ्तार
नोएडा : यूपी एसटीएफ ने वर्ष 2015 में नोएडा के सेक्टर – 49 कोतवाली क्षेत्र में हुए सॉफ्टवेयर इंजीनीयर अंकित चौहान मर्डर केस की गुत्थी सुलझाते हुए मर्डर के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने अंकित की फार्च्यूनर कार लूट के प्रयास में अंकित को गोली मारी थी। पुलिस ने घटना के दौरान इस्तेमाल आरोपियों की हौंडा कार भी बरामद कर लिया है। वारदात के वक्त हौंडा का नंबर प्लेट बदला गया था
बता दें 13 अप्रैल 2015 को नोएडा में दिन दहाड़े सड़क पर एक सॉफ्टवेयर इंजीनीयर अंकित चौहान को रेडलाइट पर उसके फार्च्यूनर कार के अंदर ही गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। हमलावर हौंडा एकार्ड पर सवार होकर फरार हुए थे। यूपी पुलिस जब अंकित मर्डर को सुलझाने में नाकाम रही तो ये केस सीबीआई सौंप दिया गया। इस केस के सम्बन्ध में हत्यारे का पता बताने वाले को पांच लाख रूपये इनाम की घोषणा सीबीआई ने की थी। सीबीआई और एसटीएफ के लिए अंकित चौहान मर्डर केस एक चुनौती बना हुआ था।
ग्रेटर नोएडा एसटीएफ कार्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया एसटीएफ भी लगी हुई थी। हौंडा की सभी कार स्कैन की जा रही थी। आखिरकार एसटीएफ ने मुख्य आरोपी शशांक जादौन निवासी गाजियाबाद को धौला कुआँ से गिरफ्तार करने में कामयाब रही। उसका साथी मनोज कुमार निवासी गाज़ियाबाद है जो उसके साथ इस अपराध का भी भागी है गिरफ्तार कर लिया गया है। तीसरा आरोपी पंकज की तीन महीने पहले बीमारी के कारण मौत हो चुकी है।
आईजी ने बताया शशांक कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग से बी.टेक करने के बाद रियल एस्टेट में अपना भाग्य आजमाने के लिए प्रॉपर्टी का काम शुरू कर दिया। लेकिन कारोबार में भारी नुकसान होने पर उसे पैसे की जरुरत पड़ी। अपने साथी पंकज से से शशांक ने 4 लाख कर्ज माँगा तो उसने देने में असमर्थता जाहिर करते हुए फार्च्यूनर लूटने का प्लान बनाया। अपने इस प्लान में उन्होंने एक मिस्त्री मनोज को भी शामिल कर लिया। इसी क्रम में इन्होने अंकित चौहान की फार्च्यूनर लूटने की नाकाम कोशिश की। इस दौरान अंकित मारा गया। फिलहाल इस चर्चित केस खुलासा हो गया है। आरोपियों को सीबीआई को सौंप दिया गया है।