अनुज सक्सेना होंगे राम, परी त्यागी होंगी माता सीता, संजय शर्मा दहारेंगे रावण बनकर, सोमवार,26 सितंबर से रामलीला होगा शुरू
ग्रेटर नोएडा: श्रीराम मित्र मंडल नोएडा रामलीला समिति के महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा ने श्रीरामलीला मंचन की जानकारी देते हुए बताया है कि रामलीला मैदान,सी-57, सेक्टर-62 में 26 सितंबर से 06 अक्टूबर तक आयोजित होनेवाले रामलीला महोत्सव 2022 में लीला मंचन का कार्य रघुवंश सांस्कृतिक संस्थान के लगभग 50 कलाकारों द्वारा किया जायेगा।उन्होंने बताया कि भगवान राम की भूमिका फार्मा कंपनी में काम करने वाले अनुज सक्सेना निभायेंगे।वे एमबीए की शिक्षा प्राप्त किये हैं।वे कई वर्षों से दिल्ली के परेड ग्राउंड रामलीला में श्रीराम की भूमिका निभा रहे हैं।माता सीता की भूमिका का निर्वहन परी त्यागी करेंगी।वहीं लंकापति रावण का मंचन दिल्ली निवासी डॉ. संजय शर्मा करेंगे।वे एक होमियोपैथिक चिकित्सक हैं।लीला का निर्देशन अनुज शर्मा करेंगे और टेक्निकल निर्देशन अनितेश शर्मा करेंगे।
उन्होंने बताया कि 26 सितंबर को प्रथम दिवस गणेश पूजन के साथ श्रीरामलीला मंचन 2022 का शुभारंभ होगा। 27 सितंबर को द्वितीय दिवस के प्रसंग में पृथ्वी पर राक्षसों का आतंक, देवताओं द्वारा विष्णु जी से प्रार्थना, राम जन्म का बधाई उत्सव, शिवजी द्वारा रामलला के दर्शन, नामकरण संस्कार, गुरु वशिष्ठ आश्रम में शिक्षा-दीक्षा के लिए जाना, ऋषि विश्वामित्र द्वारा राम-लक्ष्मण को यज्ञ हवन की रक्षा हेतु राजा दशरथ से मांग कर ले जाना, मारीच, सुबाहु, ताड़का वध,28 सितंबर को तृतीय दिवस ऋषि विश्वामित्र के आश्रम में जनक दूत का आगमन, स्वयंवर में आने का निमंत्रण, श्रीराम द्वारा अहिल्या उद्धार, सीता जन्म कथा, जनक द्वारा धनुष यज्ञ की प्रतिज्ञा, पुष्प वाटिका में राम-सीता का साक्षात्कार, गौर-गौरी पूजन,29 सितंबर को चतुर्थ दिवस राजा जनक द्वारा धनुष यज्ञ का आयोजन, श्रीराम द्वारा धनुष भंग, परशुराम क्रोध, वरमाला,30 सितंबर को पंचम दिवस भव्य श्रीराम बारात, राम के अभिषेक की घोषणा, मंथरा कैकई संवाद, कैकई दशरथ संवाद, राम वनवास की आज्ञा,01 अक्टूबर को षष्ठम दिवस निषादराज से भेंट, राम केवट संवाद, भरत राम भेंट, सूर्पनखा का नासिका छेदन, खरदूषण वध, रावण दरबार में सूर्पनखा, सीता हरण, सीता खोज, शबरी आश्रम में श्रीराम का आगमन,02 अक्टूबर को सप्तम दिवस राम हनुमान मिलन, बाली वध, सीता खोज में जाना, रावण हनुमान संवाद, लंका दहन,03 अक्टूबर को अष्टम दिवस रावण द्वारा विभीषण का त्याग, रामेश्वरम की स्थापना, रावण अंगद संवाद, लक्ष्मण मेघनाद युद्ध, लक्ष्मण मूर्छा, हनुमान जी द्वारा संजीवनी बूटी लाना, मूर्छा भंग होना,04 अक्टूबर को नवम दिवस राम कुम्भकरण युद्ध,कुम्भकरण वध, लक्ष्मण द्वारा मेघनाद वध, सुलोचना संवाद, अहिरावण वध,05 अक्टूबर को दशम दिवस राम रावण युद्ध, रावण वध, दशहरा उत्सव एवं रावण, कुम्भकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन के प्रसंगों का मंचन होगा। 06 अक्टूबर को भरत मिलाप,श्रीराम राज्याभिषेक और सांस्कृतिक-धार्मिक कार्यक्रमों के साथ ग्यारह दिवसीय श्रीरामलीला मंचन का समापन हो जायेगा।
समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गोयल ने बताया कि रामलीला का मंचन प्रतिदिन सांय 7 बजे से प्रारंभ होगा एवं 11 बजे तक समापन होगा। विजयदशमी उत्सव व रावण दहन 05 अक्टूबर को सायं 5 बजे होगा।
समिति के उपमुख्य संरक्षक राजकुमार गर्ग, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बजरंगलाल गुप्ता,मुकेश अग्रवाल एवं गौरव मेहरोत्रा ने बताया कि 30 सितंबर को दोपहर बाद 02.00 बजे से हनुमान मंदिर सेक्टर 20 से श्रीराम बारात शोभा यात्रा प्रारंभ होगी जो विभिन्न सेक्टरों से होते हुए सेक्टर 62 स्थित रामलीला स्थल पर सम्पन्न होगी।
समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सतनारायण गोयल,सलाहकार मुकेश गोयल एवं मनोज शर्मा ने बताया कि पुतले बनाने का कार्य लोनी के कलाकारों द्वारा की जा रही है।90 फुट के रावण,85 फुट के कुम्भकरण और 80 फुट के मेघनाद के पुतलों का दहन किया जाएगा।