न्यू दादरी से एमएमएलएच को जोड़ने के लिए रेलवे लाइन बोर्ड से मंजूर

  • करीब 3.5 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बनाने में 814 करोड़ खर्च होने का अनुमानएमएमएलएच हेतु भूमि का अधिग्रहण पूरा होते ही जारी होगा टेंडर

ग्रेटर नोएडा। डी एम आई सी इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड (आईआईटीजीएनएल) की मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब परियोजना को न्यू दादरी से जोड़ने के लिए 3.5 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बनाई जाएगी। इस पर करीब 814 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। आईआईटीजीएनएल इसका खर्च खुद से वहन करेगा, जबकि इसका निर्माण डीएफसीसी करेगा। बृहस्पतिवार को आईआईटीजीएनएल की बोर्ड बैठक में इस पर सहमति बन गई है।
भारत सरकार की संस्था नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट एंड इंप्लीमेंटेशन ट्रस्ट (निकडिट) और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के संयुक्त उपक्रम डी एम आई सी इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड की तरफ से दादरी, चिटेहरा, जुनपत, कटहेड़ा, पल्ला, पाली, बोड़ाकी व थापखेड़ा गांव की 478 हेक्टेयर जमीन पर मल्टीमॉडल ट्रांंसपोर्ट व लॉजिस्टिक हब परियोजना को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। 333 हेक्टेयर एरिया पर मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब व 145 हेक्टेयर पर मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया जा रहा है। मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब परियोजना का जिक्र दो बार प्रधानमंत्री भी अपने भाषण में कर चुके हैं। लॉजिस्टिक हब के बनने से नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में स्थित उद्योगों के माल ढुलाई की राह बहुत आसान हो जाएगी। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण स्थित उद्योगों के लिए यह परियोजना बेहद अहम है। वर्तमान समय में मुंबई, गुजरात, कोलकाता आदि जगहों पर जाने में चार से पांच दिन लगता है, इसके शुरू होने के बाद माल चौबीस घंटे से भी कम समय में पहुंच सकेगा। लॉजिस्टिक हब में वेयर हाउस, कोल्ड स्टोरेज, कस्टम ऑफिस आदि बनेंगे। इसकी डीपीआर तैयार हो गई है एवम केंद्र सरकार से दिसंबर 2020 में अप्रूव हो चुकी है। लॉजिस्टिक हब को न्यू दादरी रेलवे स्टेशन से गुजर रही ईस्टर्न एवम वेस्टर्न डीएफसीसी की रेलवे लाइन से जोड़ने के लिए करीब 3.5 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन का निर्माण किया जाना है । लॉजिस्टिक हब में 16 रेलवे प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे। रेलवे लाइन को छोड़कर शेष कार्य आईआईटीजीएनएल कराएगा। बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बोर्ड रूम में संपन्न आईआईटीजीएनएल की बोर्ड बैठक में इसकी अनुमति मिल गई है। आईआईटीजीएनएल के एमडी व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह की तरफ से यह प्रस्ताव रखा गया, जिस पर बोर्ड के सभी सदस्यों ने सहमति दे दी है। इस परियोजना को अगले तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य है। एमएमएलएच लॉजिस्टिक हब के साथ ही वाणिज्यिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में भी विकसित होगा। एमएमएलएच को पीपीपी मॉडल पर विकसित करने के प्रस्ताव पर भी विचार किया जा रहा है । बोर्ड बैठक में सीईओ के अलावा एसीईओ दीप चंद्र व अमनदीप डुली, प्रभारी जीएम नियोजन सुधीर कुमार, आईआईटीजीएनएल के कंपनी सचिव पतंजलि दीक्षित आदि मौजूद रहे।
——————

यह भी देखे:-

जॉर्डन से गोल्ड मेडल जीतकर लौटे जोंटी भाटी जमालपुर का हुआ जोरदार स्वागत
GIMS की छह वर्षों में अभूतपूर्व प्रगति: मरीजों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं और शोध में नई ऊंचाइयां
सिरसा प्रवेश द्वार पर ढाई करोड़ के खर्च से बनेगा ग्रेनो का पहला ट्रकर्स प्वाइंट
सुप्रीम कोर्ट: ऑक्सीजन संकट पर केंद्र से मांगी कार्रवाई रिपोर्ट, राष्ट्रीय टास्कफोर्स ने दिए थे अहम ...
कल का पंचांग, 18 मार्च 2025, जानिए शुभ एवं अशुभ मुहुर्त
यूपी विधानसभा चुनाव : तैयारियों में जुटा निर्वाचन आयोग, कम मतदान वाली सीटों के लिए बनाया गया प्लान
प्राधिकरण की परियोजनाओं की होगी अब सॉफ़्टवेयर से निगरानी
पीएमओ के उप सचिव ने ग्रेटर नोएडा की स्मार्ट टाउनशिप का लिया जायजा, दिए अहम निर्देश
सपाइयों ने मनाया मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन
आईटीएस इंजीनियरिंग कॉलेज में ध्वजारोहण समारोह, छात्रों को राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित किया गया
विजन हेल्थ एजुकेशन फाउंडेशन द्वारा श्री साईं अक्षरधाम मंदिर में नि:शुल्क स्वास्थय जांच शिविर का शुभ...
दिल्ली एयरपोर्ट पर बनी तालाब जैसी स्थिति, विमान सेवाएं भी प्रभावित
गांवों को कूड़ा मुक्त के साथ ही झगड़ा  मुक्त गांव बनाने की जरूरतः सुरेन्द्र सिंह
बच्चों के लिए वैक्सीन आने में लगेगा अभी और वक्त, DGCI से नहीं मिली है अभी मंजूरी
उत्तर प्रदेश दिवस 2025 की तैयारियों को लेकर अधिकारियों की बैठक
पेट्रोल पम्प के मैनेजर से लूट में  एसएचओ  ससपेंड