पर्यावरण संरक्षण को गति देने के लिए इंडिया यामाहा मोटर ने सूरजपुर वेटलैंड बफर जोन में पौधारोपण किया
गौतमबुद्धनगर: स्वच्छ एवं हरित परिचालन तथा पहल के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप भारतीय दोपहिया उद्योग की अग्रणी कंपनी इंडिया यामाहा मोटर ने आज सूरजपुर वेटलैंड बफर जोन में पौधारोपण किया। यामाहा की इस सीएसआर पहल के अंतर्गत मियावाकी पद्धति से पौधारोपण किया गया। पौधारोपण की इस पद्धति को 1980 के दशक में प्रतिष्ठित वनस्पतिशास्त्री अकीरा मियावाकी ने विकसित किया था।
कार्यक्रम के दौरान यामाहा मोटर इंडिया ग्रुप के चेयरमैन श्री इशिन चिहाना, इंडिया यामाहा मोटर (सूरजपुर) के फैक्ट्री हेड डॉ. नेपाल सिंह और इंडिया यामाहा मोटर कर्मचारी संघ (सूरजपुर) के प्रेसिडेंट श्री स्वदेश भाटी व कंपनी प्रबंधन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ विभिन्न सरकारी अधिकारी, गौतमबुद्धनगर के डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर श्री प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, दादरी के रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर श्री किताब सिंह और उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, ग्रेटर नोएडा के रीजनल ऑफिसर श्री भुवन यादव उपस्थित रहे।
भारत में इंडिया यामाहा मोटर के दो बड़े कारखाने हैं, इनमें एक उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले में सूरजपुर में और दूसरा तमिलनाडु के कांचीपुरम में है। कंपनी ने अपने परिचालन क्षेत्रों में सामाजिक एवं पर्यावरणीय कल्याण सुनिश्चित करने के लिए पहले भी इस तरह की पहल की है।
पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध और आगामी पीढ़ी के लिए स्वच्छ एवं हरित भविष्य सुनिश्चित करने की दिशा में प्रयासरत इंडिया यामाहा मोटर ने पिछले महीने क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए गौतमबुद्धनगर वन विभाग को 10 लाख रुपये दान दिए थे। अग्रणी दोपहिया वाहन विनिर्माता कंपनी ने भारत में ईंधन दक्षता को बढ़ावा देने के लिए अपने उत्पादों में ‘ब्लू कोर’ और ‘हाइब्रिड’ सिस्टम जैसी टेक्नोलॉजी भी पेश की है।