शारदा विश्वविद्यालय में मनाया गया शिक्षक दिवस
यूजीसी के दिशा निर्देशकों के अनुसार, आज शारदा विश्वविद्यालय के परिसर में 5 दिवसीय शिक्षक दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम के तहत आज शारदा टीचिंग लर्निंग सेंटर में सेमिनार का आयोजन किया जिसमें 200 से अधिक छात्र एंव शिक्षकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ बिमटेक के निर्देशक डॉ एच चतुर्वेदी, टीचिंग लर्निंग सेंटर के निर्देशक डा एस एस प्रसाद राव ने पारंपरिक दीप जलाकर किया। इस अवसर पर छात्रों ने नृत्य, गायन एंव नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जिसके आयोजन का लुफ्त मौजूदा अतिथियों ने जमकर उठाया।
टीचिंग लर्निंग सेंटर के निर्देशक डॉ एस एस प्रसाद राव ने कहा कि जीवन में सबसे पहला शिक्षक मां होती है और उसके बाद जिम्मेदारी स्कूल एंव कॉलेज की होती है। हर शिक्षक चाहता है की उसका छात्र विकास करे और जीवन में अच्छे संस्कार के साथ आगे बढे। अच्छे शिक्षक की यह पहचान है की वह अपने छात्र के ज्ञान को व्यावहारिक ज्ञान में बदलने में मदद करे।
बिमटेक के निर्देशक डॉ एच चतुर्वेदी ने कहा कि डॉ अब्दुल कलाम एक शिक्षक के रूप में छात्रों के लिए महत्वपूर्ण प्रेरणा है जिनसे हम सभी को जीवन में कुछ न कुछ जरूर सीखना चाहिए।
इसके अलावा शिक्षक दिवस कार्यक्रम का आयोजन शारदा स्कूल ऑफ डिजाइन, आर्किटेक्चर एंड प्लैनिंग में किया जिसमें अनेक शिक्षकगण एंव छात्रगण उपस्थित थे।