ईएमसीटी (एथोमार्ट चेरिटबल ट्रस्ट) के बच्चों ने पढ़ा पोषण का पाठ
ईएमसीटी (एथोमार्ट चेरिटबल ट्रस्ट ) द्वारा बच्चों को पोषण भी और पढ़ायी मुहिम के लिए ज्ञान शाला के बच्चों को शिक्षित किया गया।
आज ईएमसीटी की ज्ञान शाला में स्कूल के बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए आज एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों को संतुलित आहार के बारे में बताया गया।
ईएमसीटी की संस्थापक रश्मि पाण्डेय ने बताया कि बच्चों की बढ़ती उम्र में भोजन का संतुलित होना बहुत आवश्यक है जिससे बच्चों की शिक्षा में रुचि भी बढ़ेगी साथ ही साथ शारीरिक और मानसिक विकास भी होगा। इसलिए पढ़ायी के साथ साथ पोषण पर भी ध्यान देना चाहिए।
ईएमसीटी सदस्य और सदस्य और आहार विशेषज्ञ गरिमा श्रीवास्तव ने बताया कि आज हमने बच्चों को वर्क शाप में को बताया गया कि हमारे भोजन में भोजन में उपस्थित वे सभी तत्व जो शरीर को ऊर्जा, वृद्धि विकास तथा रोगों से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, उन सभी को पोषक तत्व कहा जाता है।यह पोषक तत्व हमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन, खनिज तत्व और जल से मिलते है।
अच्छे और पौष्टिक मौसमी फल , सब्ज़ी इत्यादि खाने से हमारी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। दूध दही छोला दालें, में विटामिन तथा प्रोटीन की मात्रा प्रचुर होती है जिससे शरीर का विकास होता है, हरी साग सब्ज़ियों तत्व की प्रचुर मात्रा में लौह तत्वों की प्रचुरता होती है जो स्मरण शक्ति बढ़ती है। दूध , दही, छाछ में कैल्सीयम भरपूर मात्रा में होता है जिससे हड्डियों का विकास होता है। ज़्यादा तेल और वसा का प्रयोग नहीं करना चाहिए, जंक फ़ूड कोला इत्यादि के सेवन से बचना चाहिए।
आज बच्चों को कार्यशाला में केला और सेब दिया गया। आज रश्मि पाण्डेय , गरिमा श्रीवास्तव , रोनिता चौधरी, आर॰एस॰ उप्पल , संजीव हाल्डर उपस्थित रहे।