स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2022 के साॅफ्टवेयर संस्करण में गलगोटियाज विश्वविद्यालय और गलगोटिया काॅलेज के छात्रों ने रचा इतिहास
ग्रेटर नोएडा : आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल के संरक्षण में चल रही स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-२०२२ के साॅफ्टवेयर संस्करण में गलगोटियाज विश्वविद्यालय और गलगोटिया काॅलेज के छात्रों ने रचा इतिहास। हैकाथॉन -2022 के सॉफ्टवेयर संस्करण में विश्वविद्यालय की दो टीम और गलगोटिया काॅलेज की दो टीमों सहित चार टामों ने जीत हासिल कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जबकि अभी हार्डवेयर संस्करण चल ही रहा है। विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ कम्प्यूटिंग साइंस एंड इंजीनियरिंग के यश सक्सेना, सार्थक चोपड़ा, अमन कुमार, प्रखर श्रीवास्तव, रिया मित्तल और अमित श्रीवास्तव की टीम (एक्सट्रीम) ने स्कूल के डीन डॉ० मुनीष सबरवाल और मेंटॉर प्रो० सुरेश कुमार के निर्देशन में शिक्षा मंत्रालय की एके-1090 प्रॉब्लम स्टेटमेंट में प्रथम पुरस्कार जीता है टीम की परियोजना का शीर्षक कंप्यूटर विजन तकनीकी के साथ परिणाम संसाधित करना है। टीम ने तमिलनाडु के एक्सल इंजीनियरिंग कॉलेज में हैकाथॉन प्रतियोगिता में भाग लेकर जीत हासिल की है। विश्वविद्यालय की दूसरी टीम स्कूल आप बेसिक अप्लाइड साइंस से थी जिसने आसाम के एनआईटी सिलचर में प्रतिभाग किया है। टीम (एक्यूआ रेडिमर्स) के छात्र परिधि, प्रियांशु, शांतनु, ऋषभ, तुषार और सूरज ने स्कूल के डीन डॉ० ऐ० के० जैन और मेंटॉर डॉक्टर अंजली गुप्ता के निर्देशन में इस सॉफ्टवेयर पर काम किया है। टीम ने इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ सर्कुलर इकोनामी के डिजास्टर मैनेजमेंट कैटेगरी में प्रॉब्लम स्टेटमेंट टाईटल इंडस्ट्रियल वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट पर कार्य किया है। इस सॉफ्टवेयर की सहायता से पानी में पाए जाने वाले माइक्रो प्लास्टिक को खोजा और दूर किया जा सकेगा। टीम के लीडर ने बताया कि आज विश्व भर में पीनें के पानी की सबसे बड़ी समस्या है जिसको हमने अपनी शोध में समाधान दिया है। गलगोटिया काॅलिज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलाॅजी के सीएसई विभाग की टीम (स्टार्क-टैक) ने इंटरनेशनल काउंसिल फॉर सर्कुलर इकोनॉमी के तहत “उत्पादक उपयोग के लिए खाद्य अपशिष्ट की ट्रैकिंग” विषय पर और टीम (काॅड-एस्सासिंस) ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत “AI डेटासेट विषय पर जीत दर्ज कर प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है। इन दोनो टीमों ने निदेशक डाॅ0 असीम कादरी, एचओडी डाॅ0 विष्णु शर्मा और मेंटोर्स के मार्ग दर्शन में सफलता प्राप्त की है। चारों टीमों को प्रतियोगिता के नोडल सेंटर पर 100000 रूपये नगद और ट्राफी पुरुस्कार रूप में देकर सम्मानित किया गया। सभी टीमों की इस बड़ी उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के माननीय कुलाधिपति सुनील गलगोटिया ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय और काॅलेज की चारों टीमों के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। उसके लिए मैं टीमों, विभागों और उनके अध्यापकों को बधाई देता हूँ। और विश्वविद्यालय प्रत्येक छात्र के शोध में सदैव पूर्ण रूप से सहायता प्रदान करता रहेगा। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ध्रुव गलगोटिया ने कहा कि यह उपलब्धि छात्रों और उनके अध्यापकों की अथक मेहनत का ही परिणाम है और इस उपलब्धि से विश्विद्यालय में ख़ुशी की लहर है। विश्विद्यालय की कुलपति प्रो० डॉ० प्रीति बजाज ने चारों टीमों को बहुत बहुत शुभकामनाएँ दी हैं।