आईआईएमटी कॉलेज ऑफ फार्मेंसी ने बनाई अल्सर और पथरी को ठीक करने की दवा
ग्रेटर नोएडा: शहर के नॉलेज पार्क स्थित आईआईएमटी कॉलेज ऑफ फार्मेंसी के प्रोफेसर और छात्रों ने मिलकर एक आयुर्वेदिक दवाई का निर्माण किया है जो कि पथरी और अल्सर (मुंह के छाले) को ठीक करने में मदद करेगी। किडनी स्टोन सीरप और प्रीबायोटिक्स और प्रोबायोटिक्स केपसूल को लांच करते समय प्रोफेसर धीरज कुमार ने बताया कि यह एक दवाई नहीं है बल्कि एक फूड उत्पाद है जोकि शरीर पर किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट नहीं डालता।
किस-किस बीमारी में काम आएगी दवाः
प्रीबायोटिक्स और प्रोबायोटिक्स केपसूल मुंह के छाले, मुंह से बदबू आना, दस्त लगना, खाने को पचनाने में भी लाभकारी है। साथ ही इसे न्यूट्रिशनल स्पोर्ट के लिए भी प्रयोग में लिया जा सकता है। वहीं अगर किड़नी स्टोन सीरप की बात करें तो उससे किडनी में पथरी, सूजन और पेशाब से संबंधित बीमारी को ठीक करने में कारगर सिद्ध होगी।
कंपनियों ने दी प्रयोग करने की मंजूरीः
दवाई को बनाने वाले प्रोफेसर धीरज कुमार और छात्रा प्रिति रानी ने बताया कि एलड्रिच फार्मास्यूटिकल्स और राइट लाइफ साइस की देखरेख में इन दोनों दवाईयों को पांच महीने की कड़ी मेहनत से तैयार किया गया। वहीं कॉलेज के एमडी डॉ. मयंक अग्रवाल ने कहा कि किसी भी प्रोडेक्ट का लॉच होना किसी शोधार्थी के लिए बड़ी बात है। साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इन दोनों दवाईयों को लोगों के प्रयोग के लिए बाजार में उतारा जाएगा।
दूसरी तरफ आईआईएमटी कॉलेज ऑफ फार्मेंसी के डॉयरेक्टर डॉ. मल्लिकाअर्जुन बीपी ने कहा कि इन दवाईयों को बनाने में काफी कम लागत आई है। इससे लोगों को इसे खरीदने में परेशानी नहीं होगी। दूसरी तरफ कॉलेज के डीन डॉ. पुष्पेंद्र जैन ने कहा कि घर में उपयोग होने वाली वस्तुओं को एकत्रित करके इन दवाईयों को बनाया गया है।